उम्र सिर्फ 21 साल: जिला पंचायत सिंगरौली में वार्ड क्रमांक 4 से रण में बनी चैंपियन
*पंकज पाराशर छतरपुर✍️
मध्य प्रदेश में सिंगरौली जिले के सबसे कम उम्र की जिला पंचायत सदस्य बनकर 1 छात्रा ने इतिहास रच दिया है। वार्ड क्रमांक 4 से जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में 21 वर्ष की छात्रा यशोदा पनिका ने जीत दर्ज कर सबसे कम उम्र की जिला पंचायत सदस्य होने का गौरव प्राप्त किया है। यशोदा पनिका प्रदेश भर में यूथ आइकॉन के रूप में उभर रही हैं।
*पिता के सपनों को किया साकार*
21 वर्ष की यशोदा पनिका को राजनीति में कोई इंटरेस्ट नहीं थी लेकिन यशोदा के पिता राजनीतिक में आकर समाज सेवा करना चाहते थे, लेकिन महिला सीट होने की वजह से उन्हें मौका नही मिल पाया, इसलिए यशोदा ने आरक्षित सीट पर चुनाव लड़ी और शानदार जीत हासिल कर पिता के सपनों को साकार कर दिया।
*पढ़ाई के साथ-साथ कर रही है तैयारी*
यशोदा अभी जिले से बीएससी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी करके नेट की तैयारी कर रही है । इन्होंने जिले के वार्ड क्रमांक 4 से जिला पंचायत सदस्य पद के लिए चुनाव लड़ा था। वह 6760 वोट प्राप्त करके विजयी हुई। जिला पंचायत चुनावों को मिनी विधायकी का चुनाव कहा जाता है। इतने कम उम्र में यह सफलता मिलना अपने आप में बड़ी बात हैं।
*दिग्गजों को किया परास्त*
दिग्गजों को हराकर चुनाव में जीत दर्ज करने वाली यशोदा को 6760 वोट मिले हैं। अपने पिता सोभनाथ पनिका की मार्गदर्शन से यशोदा ने राजनीति में अपनी राह चुनी। पिता के मार्गदर्शन पाकर यशोदा ने जिला पंचायत चुनाव लड़ने का मन बनाया था l
*विकास के नाम पर मांगा वोट*
कांग्रेस ने समर्थन देकर यशोदा को वार्ड क्रमांक 4 जिला पंचायत क्षेत्र से अपना प्रत्याशी बनाया। चुनाव के दौरान यशोदा ने क्षेत्र में घर-घर जाकर लोगों से अपने पक्ष में वोट करने की अपील की और क्षेत्र में विकास के प्रति अपने समर्पण को प्रदर्शित किया।
जनता ने कांग्रेस उम्मीदवार यशोदा पनिका और उनके पिता सोभनाथ के घोषणाओं पर मुहर लगाई। जिसका परिणाम हुआ की यशोदा ने अच्छे मार्जन से जीत दर्ज की।
*जनता के वादों पर खरा उतरने का वादा*
जीत हासिल करने के बाद यशोदा ने कहा कि उसने चुनाव के दौरान क्षेत्र की जनता से विकास के जो वादे किए हैं उसे पूरा करने का भरपूर कोशिश करूंगी। उन्होंने कहा कि इतनी कम उम्र में मुझे बड़ी जिम्मेदारी मिली है। मैं प्रयास करूंगी कि क्षेत्र की जनता की उम्मीदों पर खरी उतर सकूं। गांव को विकास की मुख्य धारा से जोड़ सकूं ऐसा प्रयास रहेगा।