पर्यावरण एवं जैव विविधता संरक्षण के लिए आवश्यक है आर्द्र भूमि का संरक्षण
लघु फिल्म का प्रदर्शन कर विद्यार्थियों को किया गया प्रेरित
कटनी
। शासकीय महाविद्यालय बरही में संचालित इको क्लब एवं राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के संयुक्त तत्वाधान में पर्यावरण एवं जलवायु मंत्रालय नई दिल्ली, पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन एप्को भोपाल, उच्च शिक्षा विभाग भोपाल द्वारा जारी निर्देशानुसार प्राचार्य प्रो. आर. के. त्रिपाठी के मार्गदर्शन एवं प्रभारी डॉ. अरविंद सिंह के नेतृत्व में पर्यावरण शिक्षण कार्यक्रम अंतर्गत विश्व आद्रभूमि दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में डॉ अरविंद सिंह ने बताया कि हर साल 2 फरवरी को विश्व आर्द्र भूमि दिवस मनाया जाता है। जिसका मुख्य उद्देश्य आद्रभूमि एवं प्रकृति के संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना है। विश्व आद्रभूमि दिवस-2025 की थीम “हमारे साझा भविष्य के लिए आर्द्र-भूमियों की रक्षा करना” है, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए इन प्राकृतिक स्थानों के संरक्षण के लिये प्रेरित करता है।
आद्रभूमि या वेटलैंड यानी नमभूमि जमीन का वह भाग होता है जहां पानी और भूमि आपस में मिलते हैं एवं वेललैंड या आर्द्रभूमि किसी झील, नदी, तालाब या अन्य जल स्त्रोत के किनारे जमीन का वह हिस्सा होता है जिसमे साल भर या अधिकतर महीनो में पानी भरा रहता है या बहुत ज्यादा मात्रा में नमी पाई जाती है। साथ ही बताया कि आर्द्र-भूमि न केवल जलीय जीव, जंतुओं या वनस्पतियों का घर है, बल्कि प्रवासी पक्षियों के रहने के अनुकूल होने के कारण उनके आवास स्थल का भी कार्य करते है। कार्यक्रम के अगले चरण में आर्द्रभूमि संरक्षण पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन किया गया एवं विद्यार्थियों को जैव विविधता एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए आर्द्रभूमि के महत्व पर प्रकाश डाला गया। कार्यक्रम के अगले चरण में प्राचार्य द्वारा विद्यार्थियों एवं उपस्थित स्टाफ के सदस्यों को आद्रभूमि संरक्षण की शपथ दिलाकर बताया कि इनके लुप्त होने से पारिस्थितिकी तंत्र से जुड़ी चीज़ों को भारी नुकसान हो सकता है। इसलिए आद्रभूमि संरक्षण बहुत जरूरी है। कार्यक्रम में प्राचार्य प्रो. आर. के. त्रिपाठी, प्रभारी डॉ अरविन्द सिंह, डॉ. एस. एस. धुर्वे, डॉ. रश्मि त्रिपाठी, सुश्री प्रियंका तोमर, डॉ. सुनीता सिंह, डॉ आर जी सिंह, डॉ. के. के. विश्वकर्मा, डॉ. मंजुलता साहू, डॉ. के. के. निगम, डॉ. राकेश दुबे, डॉ. शिवानी बर्मन, डॉ. नीलम चतुर्वेदी, डॉ रूपा शर्मा, मनीष मिश्रा, पवन दुबे, अनीता सिंह, कैश अंसारी, रावेंद्र साकेत, कृष्णपाल सिंह, सौरभ सिंह, दीपक मिश्रा, सोनम पाण्डे, संतोषी तिवारी, पुष्पलता विश्वकर्मा, डॉ अरुण तिवारी, एच. एस. वाजपेई, डॉ चंद्रभान विश्वकर्मा, शंकर सिंह, आशीष तिवारी, अजय सेन तथा स्टॉफ के अन्य सदस्य, रासेयो स्वयंसेवक एवं विद्यार्थी उपस्थित