अमेरिका में पहली बार बच्चों में मिला संक्रमण, भारत समेत 80 देशों में 16,886 मरीज बैठक में लंबी चर्चा के बाद WHO ने यह फैसला लिया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन
मंकीपॉक्स अब तक 80 देशों में फैल चुका है। भारत में अब तक इस वायरस के 3 मामले सामने आए हैं।
उधर, अमेरिका में पहली बार दो बच्चों में यह संक्रमण पाया गया है। हेल्थ एजेंसी सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के मुताबिक एक बच्चा कैलिफोर्निया का है, वहीं दूसरा बच्चा नवजात है और अमेरिका का निवासी नहीं है।
स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि दोनों बच्चों की हालत स्थिर है। इलाज के लिए उन्हें एंटीवायरल दवा टेकोविरिमैट दी गई है। CDC के अनुसार यह दवा 8 साल से छोटे बच्चों को दी जानी चाहिए क्योंकि उन्हें गंभीर संक्रमण का खतरा होता है।
छूने से फैलती है बीमारी
इस साल हुए आउटब्रेक में मंकीपॉक्स का पहला केस ब्रिटेन में 6 मई को पाया गया था। इसके ज्यादातर मरीज वे युवा पुरुष हैं, जो पुरुषों के साथ यौन संबंध बनाते हैं। हालांकि, यह बीमारी किसी को भी अपनी चपेट में ले सकती है। मरीज से स्किन टु स्किन कॉन्टैक्ट करने से या फिर उसे खाना खिलाने से भी संक्रमण फैलता है। इसके अलावा संक्रमित व्यक्ति के कपड़े, बर्तन और बिस्तर छूने से भी मंकीपॉक्स फैल सकता है।
अमेरिका में बढ़ रही वैक्सीन की मांग
CDC के अनुसार अमेरिका में 15 लाख लोग मंकीपॉक्स वैक्सीन के लिए एलिजिबल हैं।सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार सरकार ने अब तक 3 लाख से अधिक मंकीप लोगों को बताया है। सुबह के समय खराब होने की स्थिति में… सीडीसी के मामले में यह 15 लाख लोग हैं। सभी को Jynneos की दो खुराक…
दुनिया में मंकीपॉक्स के लिए 17 हजार केस
Monkeypoxmeter.com के मुताबिक, भारत 80 जैसा है, वैसा ही है। 98 में सबसे अधिक तेजी से 11,5 ट्वायलेट, बीमारी से मौसम में 10 शिशु, अमेरिका, जर्मनी, फोल्डर, प्लाट, वानस्पतिक, प्लॉइट्स, प्लॉइट्स और प्लांट्स। मंकीपॉक्स से इस इंसान की मौत हो गई।