मझौली भूरे लाल नेमा मिष्ठान भंडार की लगातार आ रही शिकायत:
मझौली जबलपुर
मझौली के भूरे लाल नेमा मिष्ठान भंडार से बेची जा रही नक़ली मांवे की मिठाई
नकली मावे की मिठाई के कई नुकसान हो सकते हैं। इनमें से कुछ प्रमुख नुकसान इस प्रकार हैं:
– स्वास्थ्य समस्याएं: नकली मावे में अक्सर हानिकारक रसायनों का उपयोग होता है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। ये रसायन पाचन तंत्र, लिवर और किडनी को नुकसान पहुंचा सकते हैं ¹।
–पोषण की कमी: नकली मावे में प्राकृतिक मावे की तुलना में कम पोषण होता है, जिससे शरीर को आवश्यक पोषक तत्व नहीं मिलते हैं।
– एलर्जी और प्रतिक्रियाएं: नकली मावे में उपयोग होने वाले रसायनों से एलर्जी और प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं, जैसे कि त्वचा पर चकत्ते, पाचन समस्याएं और सांस लेने में परेशानी।
– वजन बढ़ना: नकली मावे में अक्सर उच्च मात्रा में चीनी और वसा होती है, जो वजन बढ़ने का कारण बन सकती हैं।
– मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव: नकली मावे में उपयोग होने वाले रसायनों से मानसिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है, जैसे कि तनाव, चिंता और अवसाद।
इन नुकसानों से बचने के लिए, यह सलाह दी जाती है कि प्राकृतिक मावे का उपयोग करें और नकली मावे से बचें।
मझौली के मेन मार्केट स्थित भूरे लाल नेमा मिष्ठान भंडार लगातार शिकायतो के बाद भी खाद्य विभाग की टीम द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।
जब हमने फ़ोन लगा कर खाद्य विभाग के अधिकारी बिनोद कुमार धुर्वे से जानकारी मांगी तो उनके द्वारा फोन रिसीव नहीं किया जा रहा यहा तक कि हमने जब उनके वाट्सएप न पर जानकारी भेजी तब भी उनके द्वारा कोई जबाब नहीं दिया गया।
आखिर खाद्य विभाग के अधिकारी बिनोद कुमार धुर्वे क्यों नहीं दे पा रहे हैं भूरे लाल नेमा मिष्ठान से लिए गए सैम्पलो की जानकारी
लगातार शिकायत कई वर्षों से नगर परिषद मझौली मैं खाद्य विभाग की टीम द्वारा मिष्ठान भंडार से सैम्पल लिए जाते हैं और नक़ली मांवा और कई महिनो पुरानी मिठाई बेची जा रही बावजूद इसके शासन प्रशासन द्वारा नियुक्त कर्मचारीयों द्वारा आज तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।