जिला प्रशासन लगातार फरवरी महीने से पेयजल के मामले में सजगता से काम करने का प्रयास कर रहा हैं।
दमोह
जिले में हैंडपंपों की कलर कोडिंग कराने का काम पूर्व में पूर्ण कराया था और अब लगातार इसकी मॉनीटरिंग की जा रही हैं, कि कहाँ पर पानी की दिक्कतें हैं, किस तरह की दिक्कत है।
जल एवं स्वच्छता समिति की बैठक आज हुई है और साथ में पेयजल संकट का पूरा रिव्यू किया गया, जिसमें ग्रामीण क्षेत्र और नगरीय क्षेत्र दोनों का रिव्यू किया तो यह निकल कर के सामने आया ऐसी स्थिति कहीं पर नहीं है, जहाँ पेयजल, परिवहन की स्थिति बने या बहुत ज्यादा ऐसा एक्यूट प्रॉब्लम है। 15 मई तक तो ठीक लेकिन उसके बाद दिक्कत आ सकती है। कई जगहों में तो उस सिलसिले में एक -एक ग्राम विकासखंड से और एक-एक नगरपालिका सभी से बात की है, और जल निगम के अधिकारी डब्ल्यू.आर.डी के अधिकारी, पी.एच.ई के अधिकारी, सब अधिकारी आज उपस्थित थे, एस.डी.एम भी साथ में थे, दो तीन मुद्दों पर क्लैरिटी की है।
पहला तो यह की जहाँ-जहाँ पर हैंडपंप खराब है, लेकिन वह सुधार योग्य है, उनमें पाइप बढ़ाने का काम मोटर डालने का काम तत्काल पी.एच.ई के माध्यम से करा लिया जाए। उपकरणों की पर्याप्त उपलब्धता है, पाइप भी पर्याप्त है, मोटर भी पर्याप्त है, कहीं कोई कमी नहीं है, यह कार्य करा लिया जाए। दूसरा जहाँ पर पानी का कोई सोर्स अवेलेबल नहीं है, वर्तमान सोर्स से खत्म हो गए हैं, वहाँ पर एस.डी.एम की मदद से तत्काल बोर, निजी बोर का अधिग्रहण सुनिश्चित कर लिया जाए। तीसरी यह कहीं पर पानी की बहुत ज्यादा प्रॉब्लम है, और वहाँ पर यदि पानी का अच्छा सोर्स अवेलेबल है, तो सरकार से अनुमति लेकर के वहाँ पर जनहित में बोरिंग करा लिया जाए। यदि बहुत ज्यादा ऐसी स्थिति बन रही है तो इसके अलावा यह भी चर्चा की है। कोई व्यक्ति अनाधिकृत रूप से पानी को खींच कर के उसको किसी दूसरे कामों में ले रहा है। तालाबों से, जलाशयों से तो इनकी मोटरें जब्त कर ली जाएं। इस पर सख्त कार्रवाई की जाए, क्योंकि सबसे पहली प्राथमिकता है, कि इंसानों के लिए और पशुओं के लिए पानी उपलब्ध हो उसमें बहुत सख्ती की जाएगी।
एक टीम भी बना रहे हैं, इस सिलसिले में जिसमें कि राजस्व के अधिकारी, कृषि विभाग के अधिकारी पी.एच.ई, जल निगम के अधिकारी, पुलिस के अधिकारी यह सब लोग रहेंगे और यह टीम मशीनों को और मोटरों को जब्त करने की कार्रवाई करेगी ताकि पानी की किसी प्रकार की किल्लत ना हो और साथ ही साथ दमोह हेल्प लाईन को भी खुला रखा है। हैंडपंप की समस्या तो रोजाना आती है, और रोज़ की रोज़ उनको सुधरवाते हैं। जिस दिन समस्या आती है, उसके 24 घंटे के अंदर उसको सुधरवा रहे हैं, तो जनता से जो फीड्बैक मिलता है, तत्काल उस पर काम किया जा रहा हैं। आगे भी जहाँ पर पानी की एक्यूट प्रॉब्लम है, बहुत ज्यादा दिक्कत आ रही है। दमोह हेल्पाईन पर जरूर बताएं ताकि उसका जल्दी से जल्दी समाधान निकाला जा सकें।