प्रत्येक शुक्रवार को संचालित होगा क्लिनिक.
जबलपुर
टाइप 1 डायबिटीज से प्रभावित लोगों को सतत और समग्र देखभाल प्रदान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के अंतर्गत जिला अस्पताल, जबलपुर में साप्ताहिक टाइप 1 डायबिटीज क्लिनिक की शुरुआत की गई है। यह क्लिनिक हर शुक्रवार को सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक जिला अस्पताल कक्ष क्रमांक नंबर-9 में संचालित होगा।
साप्ताहिक क्लीनिक का विधिवत लोकार्पण वरिष्ठ एंडॉक्रिनोलॉजिस्ट डॉ वी के भारद्वाज एवं क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं जबलपुर डॉ संजय मिश्रा के द्वारा आज शुक्रवार को फीता काट कर किया गया। इस क्लिनिक में नामांकित टाइप 1 डायबिटीज से प्रभावित लोगों को निःशुल्क मासिक इंसुलिन आपूर्ति, क्लिनिकल मूल्यांकन, मधुमेह शिक्षा और विशेषज्ञ परामर्श जैसी सेवाएँ एक ही स्थान पर उपलब्ध कराई जायेंगी।
साप्ताहिक क्लिनिक के लोकार्पण कार्यक्रम में सिविल सर्जन डॉ नवीन कोठारी, एनसीडी नोडल डॉ सारिका दुबे, जिला मीडिया अधिकारी अजय कुरील, डॉ अंकित अनूप मरावी, डॉ नंदन शर्मा, परियोजना समन्वयक सतीश प्रजापति भी उपस्थित थे।
वरिष्ठ एंडोक्रिनोलॉजिस्ट डॉ वी के भारद्वाज ने इस अवसर पर कहा कि, टाइप 1 डायबिटीज के प्रबंधन में समय पर निदान, इंसुलिन थेरेपी की निरंतरता और नियमित फॉलोअप अत्यंत आवश्यक हैं। जिला अस्पताल जैसे माध्यम से यह सेवायें उपलब्ध कराना इस बात का प्रमाण है कि सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली अब टाइप 1 डायबिटीज जैसी जटिल स्थितियों के निदान को प्राथमिकता दी जा रही है।
क्षेत्रीय स्वास्थ्य संचालक डॉ संजय मिश्रा ने कहा कि टाइप 1 डायबिटीज जैसी दीर्घकालिक स्थितियों के लिए निरंतर और सुलभ देखभाल सुनिश्चित करना सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली की प्राथमिकता होनी चाहिए। यह क्लिनिक टाइप 1 डायबिटीज़ से प्रभावित लोगों को आवश्यक उपचार और मार्गदर्शन उपलब्ध कराकर, उनके जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
सिविल सर्जन डॉ नवीन कोठारी बताया कि जिला अस्पताल में शुरू किया गया साप्ताहिक क्लिनिक यह सुनिश्चित करेगा कि टाइप 1 डायबिटीज से प्रभावित किसी भी व्यक्ति को देखभाल के अभाव में कठिनाई का सामना न करना पड़े। निःशुल्क मासिक इंसुलिन आपूर्ति और विशेषज्ञ परामर्श के साथ यह पहल सुलभ, सतत और गुणवत्तापूर्ण देखभाल का एक सशक्त माध्यम है।”
डॉ सारिका दुबे ने बताया कि अगर किसी भी बच्चे को बहुत प्यास लगती है, बहुत भूख लगती है पर वजन नहीं बड़ता या बार बार पेशाब जाता है तो उसको टाइप 1 मधुमेह की जांच जिला चिकित्सालय आकर जरूर करानी चाहिए। यहां टाइप 1 मधुमेह की जांच और उपचार असानी से किया जायेगा और इसमे निशुल्क इन्सुलिन टाइप 1 मधुमेह प्रभावित लोगों को दिया जायेगा।