धर्म, अध्यात्म, संस्कृति और परंपराओं को कायम रखना हर ब्राम्हण का दायित्व- उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल
🔳जिला स्तरीय ब्राम्हण सम्मेलन एवं जिला स्तरीय ब्राम्हण मेधावी छात्र-छात्राओं के सम्मान समारोह में शामिल हुए उप मुख्यमंत्री
कटनी
– उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि धर्म, अध्यात्म, संस्कृति और परंपराओं को कायम रखना और उसे मजबूत बनाने का दायित्व ब्राम्हण समाज का है । ब्राम्हण वर्ग ने सदैव खुद से पहले समाज के सभी वर्गों के कल्याण की कामना की है। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने यह बात रविवार को कटनी में आयोजित जिला स्तरीय ब्राम्हण एवं जिला स्तरीय ब्राम्हण मेधावी छात्र-छात्राओं के सम्मान समारोह को सम्बोधित करते हुए कही।
इस दौरान विजयराघवगढ़ विधायक एवं ब्राम्हण समाज के संरक्षक श्री संजय सत्येन्द्र पाठक, बहोरीबंद विधायक श्री प्रणय प्रभात पाण्डेय, पूर्व विधायक श्री सुनील मिश्रा, जिला भाजपा अध्यक्ष श्री दीपक टंडन सोनी, ब्राम्हण समाज के शहर अध्यक्ष श्री रामचन्द्र तिवारी, ब्राम्हण समाज ग्रामीण अध्यक्ष और नगर निगम अध्यक्ष मनीष पाठक मौजूद रहे। इस मौके पर माध्यमिक शिक्षा मंडल और सीबीएसई की कक्षा 10वीं और 12वीं की परीक्षा में 85 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल करने वाले समाज के मेधावी छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया।
उप मुख्य मंत्री श्री शुक्ल ने अपने उद्बोधन में कहा कि संगठन में ही शक्ति होती है और संगठित होकर ही ब्राम्हण समाज को सशक्त और मजबूत बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि आज इस मंच से सम्मानित होने वाले प्रतिभावान छात्र-छात्राओं के चेहरे में खुशी की चमक दिख रही है और माता-पिता भी गौरवान्वित है। श्री शुक्ल ने कहा कि समाज में अच्छा काम करने वालों का सम्मान करना हमारी गौरवशाली परंपरा रही है। उन्होंने समाज के मेधावी बच्चों से प्रेरणा लेकर अन्य छात्र-छात्राओं को भी परीक्षा की तैयारी करने और अपनी कमियां दूर कर परीक्षा में अच्छे अंक अर्जित करने की सीख देते हुए कहा कि परीक्षा में कम अंक आने पर छात्र हताश और निराश न हों और अच्छे अंक लाने की सतत कोशिश करते रहें। उन्होंने यूपीएससी 2024 की परीक्षा की टॉपर शक्ति दुबे का जिक्र करते हुए कहा कि शक्ति ने कई बार के असफल प्रयासों के बाद यूपीएससी की परीक्षा में अंतत: सर्वोच्च अंक अर्जित किया, जो सभी छात्र-छात्राओं के लिए प्रेरणास्पद है। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि ब्राम्हण समाज सिर्फ अपने लिए नहीं, अपनो के लिए है। दीन-दुखियों, पीडि़तों, गरीबों और वंचितों के लिए है। इनकी चिंता करने से समाज में मान-सम्मान मिलेगा।
समारोह को सम्बोधित करते हुए विजयराघवगढ़ विधायक और ब्राम्हण समाज के संरक्षक श्री संजय सत्येन्द्र पाठक ने ब्राम्हण समाज को गौरवान्वित करने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं को बधाई दी। उन्होंने कहा कि सभी बच्चें खूब मन लगाकर पढ़ाई करें और अपना भविष्य संवारे। शहर, गांव और जिले का नाम रोशन करें। श्री पाठक ने कहा कि वे ब्राम्हण समाज के किसी भी छात्र-छात्रा की पढ़ाई में पैसों की कमी को आड़े नहीं आने देंगे। वे सदैव सहयोग करेंगे। श्री पाठक ने कहा कि उनके स्वर्गीय पिता श्री सत्येन्द्र पाठक और उनके दादा जी भी समाज की हर संभव सहयोग करते रहे हैं।
श्री पाठक ने ब्राम्हण समाज से आग्रह किया कि समाज के समग्र विकास के लिए सभी को संगठित होकर आगे आना होगा। श्री पाठक ने कटाए घाट में उनकी उपलब्ध पांच एकड़ जमीन को ब्राम्हण समाज को देने की बात कही। उन्होंने कहा कि इस स्थल पर भवन निर्माण के लिए सभी से सहयोग अपेक्षित है। ताकि यहां से भविष्य में गरीब कन्याओं के विवाह जैसे बड़े आयोजन हो सके, रूकने के लिए पर्याप्त कमरें हों। ताकि समाज के कमजोर और गरीब वर्ग की बेटी का विवाह धूमधाम से हो सके। उन्होंने कहा कि उनकी मंशा है कि वे सदैव गरीब बच्चों की पढ़ाई, गरीबों की बेटियों के विवाह और गरीबों के इलाज और सेवा के प्रकल्प में सहभागी बनते रहें। समारोह को पूर्व विधायक सुनील मिश्रा और ब्राम्हण समाज के शहर अध्यक्ष श्री रामचंद्र तिवारी ने भी संबोधित किया।
इसके पूर्व मां सरस्वती और भगवान परशुराम के तैल चित्र में माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलित कर समारोह की शुरूआत की गई। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल को ब्राम्हण समाज की ओर से प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। सभी मेधावी छात्र-छात्राओं को भी स्मृति चिन्ह और प्रमाण पत्र प्रदान किया गया।