जल संसाधन मंत्री श्री तुलसीराम सिलावट ने आज विजन महल होटल में जल संसाधन विभाग के निर्माण कार्यों की समीक्षा की।
जबलपुर
इस दौरान उन्होंने रबी सिंचाई की तैयारी के लिए तत्काल नहरों की साफ-सफाई संधारण एवं मरम्मत करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए।मुख्य अभियंता श्री ए.के. देहरिया द्वारा अवगत कराया गया कि इस वर्ष बैन गंगा बेसिन में अत्यधिक वर्षा होने से कही-कहीं नहरें क्षतिग्रस्त हो गई है। मंत्री श्री सिलावट ने कहा कि 7 दिवस के अंदर मरम्मत कार्य के प्राक्कलन की स्वीकृति लेकर मुख्य अभियंता से प्रशासकीय अनुमोदन प्राप्त करें और शासन स्तर के अनुमोदन के लिए शीघ्र शासन को भेजकर स्वीकृति प्राप्त कर रबी सिंचाई के पूर्व मरम्मत कार्य कराया जाना सुनिश्चित करें। निर्माणाधीन योजनाओं की प्रगति पर विशिष्ट ध्यान रखकर समय सीमा में निर्माण कार्य पूर्ण कर कृषकों को सिंचाई सुविधा प्रदाय करने के निर्देश दिये गये। साथ ही शासन की मंशानुसार वर्ष 2024-25 में 47 लाख हेक्टेयर एवं वर्ष 2025-26 में बढ़ाकर 65 लाख हेक्टेयर सिंचाई का लक्ष्य प्राप्त करने हेतु सभी तकनीकी अमले को टीम भावना से एवं लगन से कार्य करने के निर्देश दिये गये।लघु सिंचाई योजनाएं जिसका त्वरित लाभ कृषकों को मिल सके, इसलिए कार्ययोजना तैयार कर अनुमोदन के लिए भेजने के निर्देश भी दिये। 10 वर्षों से अधिक पुरानी वृहद एवं मध्यम परियोजनाओं के आरएम के अंतर्गत एवं लघु सिंचाई योजनाओं के आरआरआर के अंतर्गत प्रस्ताव तैयार कर 15 दिवस के प्रस्तुत करने को कहा।जिससे योजनाओं के सुदृढ़ीकरण के साथ सिंचाई रकबे में वृद्धि होकर सुगम सिंचाई कृषकों को मिल सके। निर्माणाधीन योजनाओं से विलम्ब के कारण पता कर हर स्तर पर सक्षम अधिकारी निराकरण कर योजनाओं को समय सीमा में पूर्ण करना सुनिश्चित करें।
मुख्य अभियंता द्वारा अवगत कराया गया कि बैनगंगा बेसिन के अंतर्गत निर्माणाधीन वृद्ध मध्यम एवं लघु सिंचाई परियोजनाओं हेतु लगभग 5000 हेक्टेयर वन भूमि की आवश्यकता है, जिसके उपलब्ध न होने से परियोजनाओं का निर्माण कार्यों में विलम्ब हो रहा है। मंत्री श्री सिलावट ने स्वयं संज्ञान लेकर वरिष्ठ स्तर पर चर्चा कर शीघ्र निराकरण का आश्वासन दिया।
उन्होंने कहा कि वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा कर वनभूमि से जुड़ी समस्याओं के निराकरण करें। जिससे शासन की मंशानुरूप वर्ष 2026-27 तक 65 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा प्रदाय की जा सके बालाघाट जिले की साटनारी परियोजना एवं छिंदवाड़ा जिले की छिंदवाड़ा सिंचाई कॉम्पलेक्स में वन भूमि की स्वीकृति से आ रही बाधाओं का निराकरण शासन के सभी विभाग संयुक्त रूप से करें एवं परियोजनाओं को समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिये गये।
अंत में बैनगंगा कछार के समस्त तकनीकी अमले को लगन एवं मेहनत से कार्य करते हुए लक्ष्य की पूर्ति हेतु प्रोत्साहन दिया गया।
इस अवसर पर मंत्री सिलावट के ओएसडी श्री निशांत तिवारी, मुख्य अभियंता बैनगंगा कछार सिवनी के ए.के. देहरिया, समस्त अधीक्षक यंत्री, कार्यपालन यंत्री एवं अनुविभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।