गेहूं ,चना,मंसूर,की खड़ी फसल कटने की थी तैयारी में, अन्नदाता हैरान-परेशान मझौली ब्लाक के 8 गांवों में तेज बारिश के साथ बेर के बराबर गिरे ओले, गेहूं की फसल को हुआ भारी नुकसान
मझौली
बीते एक सप्ताह से लगातार बदलते मौसम के बीच सोमवार दोपहर मझौली ब्लाक के 8 गांव में तेज बारिश के साथ करीब 10 मिनट तक बेर के बराबर ओलावृष्टि हुई। ओलावृष्टि के चलते गेहूं की खड़ी फसल खेतों में बैठ गई। गेहूं की फसल पककर कटने की स्थिति में पहुंच गई थी ऐसे में बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से किसान परेशान है।
जानकारी के मुताबिक सोमवार 5 से 5.15 के बीच अचानक मौसम बदला और बारिश के साथ ओलावृष्टि शुरू हो गई। करीब 10 मिनट तक एक सी रफ्तार में बेर के बराबर ओलावृष्टि होती रही। हालांकि गेहूं की फसल को अभी कितना नुकसान इस ओलावृष्टि और बारिश से हुआ है इसका आकलन राजस्व विभाग की टीम के खेत में पहुंचने के बाद ही पता चल सकेगा, लेकिन अचानक हुई इस ओलावृष्टि और बारिश से किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ दिखने लगी हैं।
इन ग्रामों में हुई ओलावृष्टि
जानकारी के मुताबिक मझौली तहसील के बनखेड़ी, इंद्राना, कोनी, पड़रिया, अमना, छीतापाल, गुर्दा पिपरिया और धनवाही ग्रामों में ओलावृष्टि की जानकारी अभी सामने आई है। किसान सत्येंद्र सिंह राजपूत, महेंद्र सिंह, देवराज सिंह, चंद्रिका राजपूत के मुताबिक ओलावृष्टि के कारण खेतों में खड़ी गेहूं की फसल को भारी नुकसान हुआ है।
तहसीलदार और नायब तहसीलदार 3 दिन के अवकाश पर
तहसीलदार और नायब तहसीलदार अपनी मांगों को लेकर सोमवार से 3 दिन के सामूहिक अवकाश पर हैं। ऐसे में इन गांवों में राजस्व अमला कब पहुंचेगा और सर्वे का काम कब शुरू होगा यह एक बहुत बड़ा प्रश्न है।
प्रशासन तत्काल करे सर्वे, किसानों को दिया जाए मुआवजा
किसानों ने प्रशासन से तत्काल इन गांवों में सर्वे की मांग की है ताकि खराब हुई फसलों का सर्वे होने के बाद किसानों को मुआवजा मिल सके।