राज्य स्तरीय क्षय रोग संबंधी टीम द्वारा जिले में किये गये आंतरिक मूल्यांकन में पाये गये कमियों को दूर करने को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। बैठक में विश्व स्वास्थ्य संगठन के कंसलटेंट डॉ. संकल्प राज चौधरी व क्षय रोग संबंधी राज्य स्तरीय सदस्य तथा संयुक्त संचालक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवायें डॉ. संजय मिश्रा उपस्थित थे
जबलपुर
क्षय रोग संबंधी समीक्षा के दौरान कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा ने कहा कि क्षय रोग के उपचार व निदान की दिशा में कारगर कार्य करें, दवाईयां समय पर वितरित हों, अस्पताल समय पर खुलें, स्वास्थ्य के क्षेत्र में लापरवाही करने वालों के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि टीबी संबंधी बीमारी के पहचान सुनिश्चित हो, उनका पंजीयन हो, दवाईयां उन्हें समय पर दें और उसकी एंट्री भी करें। टीम द्वारा इस बीमारी में डेथरेट अधिक होने की जानकारी दी जाने पर कलेक्टर ने कहा कि हर हालत में मृत्यु दर को कंट्रोल करें और मृत्यु के कारणों की समीक्षा करें। अच्छी किस्म की दवाई आने पर भी क्या कारण है कि ऐसे मरीजों की मृत्यु होती है। ड्रग रेजिस्टेन्स टीबी के संबंध में मेडिकल कॉलेज में इसकी बैठक करने को कहा। उन्होंने विशेष रूप से निश्चय पोषण योजना पर जोर देते हुए कहा कि ब्लाक कम्यूनिटी मोबीलाइज की मॉनिट्रिंग करें। इस दौरान एसएनसीयू, एनआरसी में भर्ती बच्चों के नियमित फालोअप करने के साथ ही इस संबंध में ट्रेनिंग कर जो कमियां है उसे दूर करने के लिये निर्देशित किया। उन्होंने केपिसिटी बिल्डिंग के लिये विशेष रूप से जोर दिया और कहा कि इस संबंध में जो भी गतिविधियां होती है उनकी जानकारी उन्हें वॉटसएप से देना सुनिश्चित करे। टीम द्वारा शहपुरा और सिहोरा में विशेष रूप से सुधार करने को कहा, वहीं 12 ट्रीटमेंट यूनिट में टीबी संबंधी रोग के उपचार व निदान के लिये किये जा रहे कार्यों पर संतोष व्यक्त किया गया।