दिव्यांजन के पुनर्वास के मामले में बालाघाट देश मे तीसरे नम्बर पर भारत शासन की एडिप योजना के प्रथम चरण में 1100 से अधिक दिव्यांजन का हुआ सम्मेलन
1500 रुपये मासिक पेंशन पर शासन विचार कर रही है
जबलपुर
भारत शासन के सहकारिता मंत्रालय द्वारा जबलपुर संभाग के बालाघाट जिले के सीएम राइज स्कूल में चार जनपदों के दिव्यांजन का दिव्यांग सम्मेलन आयोजित किया गया। इस सम्मेलन में भारत सरकार की एडिप योजना के तहत एलिम्को द्वारा बनाए गए सहायक उपकरणों का वितरण किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सांसद ड़ॉ. ढालसिंह बिसेन ने दिव्यांजन को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री सबको सुखी व स्वस्थ देखना चाहते है। इसी के प्रयास में यह आयोजन किया गया है। भारत शासन द्वारा कोशिश की जा रही है कि सभी दिव्यांजन का जीवन सरल, सुलभ और सहज बनाया जाए। वहीं रोजगार उपलब्ध कराने के लिए मुद्रा व स्व निधि योजना के द्वारा सहयोग प्रदान किया जा रहा है। इसके अलावा शासन विचार कर रही है कि 600 रुपये की मासिक पेंशन के स्थान पर 1500 रुपये पेंशन प्रदान की जाए। सांसद ड़ॉ.बिसेन ने यह भी कहा कि शासन द्वारा समय-समय पर आयोजित किये चिन्हाकंन शिविरों के माध्यम से 1900 दिव्यांजन चिन्हांकित हुए है। प्रथम चरण में चिन्हांकित दिव्यांजन के लिए चार जनपदों के लिए सम्मेलन आयोजित हुआ है। सम्मेलन में बड़ी संख्या में दिव्यांजन के परिजन, सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारी जनपद सीईओ श्रीमती ममता कुलस्ते सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।
क्षमता और योग्यता का भी ध्यान दिया जा रहा है
कलेक्टर ड़ॉ. मिश्रा ने दिव्यांगजन से कहा कि डिसेबल एबिलिटी की क्षमता और योग्यता के अनुसार आगे चार कंपनियों से सहयोग कर रोजगार के लिए प्रयास किये जा रहे है। पूर्व में शिविरों में सिकलसेल के मरीजों का भी चिन्हाकंन किया गया था। चिन्हांकन के बाद उपकरण वितरण के लिये तीन चरण निर्धारित किये गए है। प्रथम चरण में सहायक उपकरण वितरण का कार्य किया जा रहा है। द्वितीय चरण शीघ्र होने वाला है तृतीय चरण में सच्युरेशन की स्थिति में लाने का प्रयास किया गया है। कार्यक्रम के दौरान स्थानीय विधायक श्रीमती अनुभा मुंजारे ने दिव्यांगजन से कहा कि अंदर से मजबूत रहना आवश्यक है, हमेशा कभी की अपने आप को अकेला न समझें। शासन द्वारा दिव्यांगजन के लिए सराहनीय प्रयास किया गया। आगे भी जरूरत के अनुसार अच्छा कार्य करने के प्रयास किये जायेंगे।
नंदनी ने हियरिंग, साधना ने सुगम्य केन, बिसेन, गणेश बाबूलाल ने पायी मोटराइज्ड ट्रायसिकल
कार्यक्रम मुख्य अतिथि ड़ॉ. बिसेन, विधायक श्रीमती मुंजारे और कलेक्टर ड़ॉ. मिश्रा ने दिव्यांगजन को उनकी जरूरत के अनुसार डॉक्टरो द्वारा सुझाये गए सहायक उपकरण का वितरण किया गया। श्रवण बाधित दिंव्यांग नंदनी और सेवता बाई को हियरिंग, नेत्र बाधित साधना सहारे व ओंकार को इलेक्ट्रॉनिक केन प्रदाय की गई। जबकि अस्थि बाधित किरनापुर के बिसेन टेकाम, गणेश बिसेन व बाबूलाल सहित अधिकांश को ट्रायसिकल और मोटराइज्ड ट्रायसिकल प्रदान की गई। कार्यक्रम के दौरान एलिम्को द्वारा बनाए गए करीब 15 से अधिक तरह के 761 सहायक उपकरण प्रदान किये गए।