वित्तीय वर्ष की समाप्ति से पूर्व 624 प्रशिक्षण कार्यक्रमों
में 22,700 युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य
कटनी –
उद्यमिता विकास केन्द्र मध्यप्रदेश (सेडमैप) द्वारा मध्यप्रदेश के प्रत्येक जिले में सूक्ष्म, लघु एवं उद्यम विभाग भारत सरकार के तत्वावधान में कौशल विकास और उद्यमिता पर एक दिवस से लेकर डेढ़ माह तक के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इन प्रशिक्षण कार्यक्रमों का उद्देश्य युवाओं को उद्योगों की मांग के अनुरूप प्रशिक्षित करना एवं उद्यमिता विकास के प्रति जागरूक करना है।
सेडमैप की कार्यकारी संचालक अनुराधा सिंघई से प्राप्त जानकारी के अनुसार मध्यप्रदेश के 53 जिलों में एक दिवसीय उद्यमिता जागरूकता शिविर, सात दिवसीय प्रबंधन विकास कार्यक्रम और डेढ़ माह के लिए उद्यमिता सह कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। यह समस्त प्रशिक्षण कार्यक्रम विभिन्न क्षेत्रों में 15 मार्च तक संपन्न किए जाएंगे।
केन्द्र की कार्यकारी संचालक अनुराधा सिंघई ने बताया कि रोजगार-स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए उक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरी तरह निःशुल्क रखे गए हैं। कार्यक्रम में विषय विशेषज्ञों द्वारा उद्यम स्थापना से सम्बंधित जानकारी के साथ ही शासकीय स्वरोजगार योजनाओं की जानकारी भी दी जा रही है। साथ ही उद्योग स्थापना के इच्छुक व्यक्तियों की जिज्ञासाओं का भी समाधान किया जा रहा है। कार्यक्रम इस प्रकार तैयार किए गए हैं कि युवाओं को व्यावहारिक, सैद्धांतिक और प्रायोगिक प्रशिक्षण मिल सके तथा स्वरोजगार से जुड़े जो भी उनके संशय हैं वह दूर हो सकें।
कार्यकारी संचालक अनुराधा सिंघई का कहना है कि प्रदेशभर में 624 प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से 22 हजार 700 युवाओं को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अन्तर्गत 2 सौ उद्यमिता सह कौशल विकास प्रशिक्षण में 6 हजार, 150 प्रबंध विकास कार्यक्रम में 3 हजार और 50 उद्यमिता जागरूकता शिविर में 13 हजार 7 सौ युवाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इनमें सर्वाधिक 43 इंदौर में और 42 प्रशिक्षण कार्यक्रम भोपाल जिले में आयोजित किए जा रहे हैं। प्रशिक्षण कार्यक्रमों में सम्मिलित होने वाले युवा जिला समन्वयकों से संपर्क कर सकते हैं, जिनके बारे में हमारी वेबसाइट (www.cedmapindia.mp.gov.in) पर जानकारी उपलब्ध है। मध्यप्रदेश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जिले की आवश्यकतानुसार चयनित ट्रेड में 30-30 युवाओं के बैच को प्रशिक्षण प्रदान करने की योजना पर तीव्रगति से काम किया जा रहा है, ताकि युवाओं को उद्योग स्थापना और शासकीय योजनाओं की सही एवं सटीक जानकारी एक ही स्थान पर मिल सके तथा प्रदेश के युवा अपनी शक्ति और असीम ऊर्जा का सही दिशा में उपयोग कर हुनरमंद बन सकें।
कार्यकारी संचालक श्रीमती अनुराधा सिंघई का कहना है कि देश हो या विदेश सभी जगह ऐसे युवाओं की आवश्यकता है जो कुशल व प्रशिक्षित हों। इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए सेडमैप द्वारा युवा शक्ति को जागरूक कर, उन्हें कौशल से जोड़कर ऐसा हुनर प्रदान किया जा रहा है ताकि वे अपना जीविकोपार्जन कुशलतापूर्वक कर सकें और बेरोजगार न रहें। वर्तमान समय की मांग के अनुरूप तकनीकी से सामंजस्य स्थापित करते हुए युवा रोजगार देने वाले बन सकें, और उद्योगों की मांग भी पूरी हो सके, इसके लिए भविष्य में भी इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम निरंतर आयोजित किए जाने पर गंभीरतापूर्वक कार्य किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त उद्यमिता विकास केन्द्र मध्यप्रदेश (सेडमैप) द्वारा ऐसी व्यवस्था भी की गई है कि प्रशिक्षण के उपरांत भी यदि युवाओं को रोजगार-स्वरोजगार से जुड़ी कोई कठिनाई आती है तो उसे दूर किया जा सके।
केन्द्र की कार्यकारी संचालक अनुराधा सिंघई ने बताया कि मध्यप्रदेश में उद्योगांे के अनुकूल वातावरण है, बस युवाआंे के आगे आने की आवश्यकता है, फिर मध्यप्रदेश को आत्मनिर्भर होने से कोई नहीं रोक सकता।