विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को होने वाले मतदान की चल रही तैयारियों के तहत सेक्टर अधिकारियों को अंतिम चरण का प्रशिक्षण आज शनिवार को श्रीराम इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के सभागार में संपन्न हुआ।
जबलपुर
प्रशिक्षण में जिले के आठों विधानसभा क्षेत्र के लिये नियुक्त सेक्टर अधिकारी मौजूद थे। प्रशिक्षण को जिला पंचायत की सीईओ ने संबोधित करते हुये मतदान के दिन बरती जाने वाली सावधानियों की जानकारी सेक्टर अधिकारियों को दी। उन्होंने कहा कि सेक्टर अधिकारियों को यह देखना होगा कि मतदान सुचारू रूप से चले और यदि कहीं कोई व्यवधान आता है तो संबंधित मतदान केन्द्र पर तत्काल पहुंचकर उनका निराकरण करें। श्रीमती सिंह ने मतदान के दिन पूरी मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी का निर्वाह करने, मतदान दलों से निरंतर संपर्क में रहने, अपने सेक्टर का लगातार भ्रमण करने, सेक्टर मजिस्ट्रेट की हैसियत से कानून व्यवस्था पर नजर रखने तथा मतदान की ताजा स्थिति से जिला स्तरीय कंट्रोल रूम को अवगत कराते रहने के निर्देश भी सेक्टर अधिकारियों को दिये।
मतदान कर्मियों को भी दिया गया प्रशिक्षण
सेक्टर अधिकारियों के अलावा आज शनिवार को श्रीराम इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलाजी में दिव्यांग एवं अस्सी प्लस मतदाताओं से घर-घर मतदान करा चुके उन मतदान कर्मियों को अलग से प्रशिक्षण दिया गया जिन्हें मतदान के दिन मतदान केन्द्रों पर मतदान कराने वाले दल में भी शामिल किया गया है। प्रशिक्षण के दौरान इन मतदान कर्मियों को मतदान सामग्री के वितरण से लेकर मतदान के दिन मॉक पोल और वास्तविक मतदान की प्रक्रिया से अवगत कराया गया। उन्हें इव्हीएम और वीवीपेट मशीन का व्यावहारिक प्रशिक्षण भी मास्टर्स ट्रेनर्स द्वारा दिया गया।
दिव्यांग मतदान कर्मियों भी दिया गया प्रशिक्षण
विधानसभा चुनाव के तैयारियों के तहत अंतिम दौर के प्रशिक्षण के सिलसिले में आज मतदान दलों में तैनात किये जा रहे दिव्यांग शासकीय सेवकों का भी प्रशिक्षण संपन्न हुआ। दिव्यांग कर्मियों को प्रशिक्षण पीएसएम कॉलेज में संपन्न हुआ। दिव्यांग कर्मियों को प्रशिक्षण जिला पंचायत के अतिरिक्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी मनोज सिंह, परियोजना संचालक आत्मा डॉ. एस के निगम एवं उपसंचालक कृषि रवि आम्रवंशी ने दिया।
ज्ञात हो कि आल वुमन मैनेज्ड बूथ की तरह जिले में दिव्यांग कर्मियों द्वारा संचालित बूथ भी बनाये जायेंगे। ऐसे बूथों में मतदान दल में सभी मतदान कर्मी दिव्यांग होंगे तथा मतदान कराने की जिम्मेदारी भी वे ही संभालेंगे।