जिले के 199 जनजातीय बाहुल्य ग्रामों के लिए बनेगी कार्ययोजना
कटनी
18 विभागों की 25 से अधिक शासकीय योजनाओं का जनजातीय समुदाय को मिलेगा लाभ
कटनी जिले के 199 जनजातीय बाहुल्य गांवों को आदि कर्मयोगी अभियान में शामिल किया गया है। कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव के निर्देश पर इस अभियान के गांव स्तर पर बेहतर क्रियान्वयन के उद्देश्य से मंगलवार को आदि कर्मयोगी अभियान के रेस्पांसिव गवर्नेन्स प्रोग्राम-2025 के तहत जिला स्तरीय मास्टर्स ट्रेनर्स का 3 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारंभ हुआ। इस प्रशिक्षण में जिला संयोजक जनजातीय विभाग विमल कुमार चौरसिया की विशेष उपस्थिति रही।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में राज्य स्तर से प्रशिक्षण प्राप्त जिला स्तरीय मास्टर्स ट्रेनर्स क्रमश: एसपी त्रिपाठी, सुरेश बरोले, आलोक पाठक, अनिता उसरेठे, अविनाश परौहा, विजय लक्ष्मी मरावी और इंद्र कुमार साहू द्वारा विकासखंड स्तरीय मास्टर्स ट्रेनर्स को विभिन्न एक्टिविटी एवं रोल प्ले कर जनजातीय ग्रामों में शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के बेहतर क्रियान्वयन के नजरिये से बारीकियों की विस्तार से जानकारी दी गई। श्री चौरसिया ने बताया कि इस 3 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में जनजातीय समुदायों के विकास के लिए प्रभावी रोडमैप तैयार किया जाएगा। ताकि जनजातीय गांवों में शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, आजीविका एवं सामाजिक विकास जैसे विभिन्न आयामों में उल्लेखनीय सुधार कर उनके जीवन स्तर को ऊँचा उठाया जा सके।
प्रशिक्षणार्थियों को बताया गया कि क्षमता निर्माण पहलों, जागरूकता सृजन और सहयोगात्मक साझेदारियों के माध्यम से जनजातीय गांवों को आत्म निर्भर, समतामूलक और सांस्कृतिक रूप से निहित विकास योजनाओं को साकार कर सशक्त बनाने की दिशा में कार्य करना है।
आदि कर्मयोगी अभियान के तहत इस प्रशिक्षण के बाद विकासखंड स्तर पर विकासखंड स्तरीय मास्टर्स ट्रेनर का भी 2 दिवसीय प्रशिक्षण प्रत्येक विकासखंड में आयोजित किया जाएगा। विकासखंड स्तर पर संबंधित एसडीएम (अनुविभागीय अधिकारी राजस्व) आदि कर्मयोगी ग्रुप के अध्यक्ष तथा सीईओ जनपद पंचायत को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। जबकि ग्राम पंचायत स्तर पर सचिव व ग्राम रोजगार सहायक को नोडल अधिकारी बनाया गया है। कर्मयोगी अभियान के तहत चरणबद्ध समय-सीमा में सभी गतिविधियों की कार्ययोजना तैयार कर महात्मा गांधी की जयंती 2 अक्टूबर 2025 को आयोजित होने वाली विशेष ग्राम सभा में अनुमोदित कराया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि जिले के 199 जनजातीय ग्रामों में सेवा, समर्पण और सुशासन की भावना के साथ शासकीय योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से जनजातीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा पिछड़े और जनजातीय बाहुल्य ग्रामों में शासन की योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने के कार्य को नई दिशा देने हेतु एक नई पहल की गई है। जिसे आदि कर्मयोगी नाम दिया गया है। इस अभियान के तहत जिले के सभी चिन्हित 199 गांवों के पात्र जनजातीय परिवारों को 18 विभागों की 25 से अधिक शासकीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों से लाभान्वित कर शत-प्रतिशत सेचुरेशन सुनिश्चित किया जाएगा।