पूर्व महापौर प्रभात साहू और ट्रैफिक पुलिस के बीच जमकर विवाद
जबलपुर
बल्देवबाग क्षेत्र में शनिवार को ट्रैफिक चेकिंग के दौरान उस समय हालात बिगड़ गए जब पूर्व महापौर प्रभात साहू और एक यातायात पुलिसकर्मी के बीच तीखी बहस धक्का-मुक्की में बदल गई। देखते ही देखते यह मामूली चेकिंग अभियान राजनीतिक संग्राम में तब्दील हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रैफिक कर्मियों द्वारा रोके जाने पर पूर्व महापौर साहू ने आपत्ति जताई। विवाद इस हद तक बढ़ गया कि दोनों पक्षों के बीच धक्का-मुक्की की नौबत आ गई। इसके बाद प्रभात साहू अपने समर्थकों के साथ वहीं धरने पर बैठ गए और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू हो गई।
सूचना मिलते ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई। मौके पर सांसद आशीष दुबे विधायक अभिलाष पांडे और पूर्व मंत्री शरद जैन सहित सैकड़ों कार्यकर्ता वहां पहुंच गए। स्थिति तनावपूर्ण होती देख वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में लिया।
शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए बल्देवबाग क्षेत्र में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। प्रशासन ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की बात कही है।
वहीं, पूर्व महापौर प्रभात साहू ने पुलिस पर ‘मनमानी और बदसलूकी’ का आरोप लगाते हुए कहा कि “जनप्रतिनिधियों के साथ ऐसा व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यह लोकतंत्र का अपमान है।”
जिले के प्रशासनिक अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कहा कि नियम सबके लिए समान हैं और जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कानूनन कार्रवाई होगी।
इस घटनाक्रम के बाद राजनीतिक गलियारों में गर्माहट महसूस की जा रही है। आने वाले दिनों में यह मामला और तूल पकड़ सकता है।