राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के मद्देनजर क्षेत्रीय स्वास्थ्य संचालक सभागार में आज अंतर्विभागीय जिला समन्वय समिति की बैठक एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
बैठक एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम की अध्यक्षता क्षेत्रीय संचालक डॉ संजय मिश्रा द्वारा की गई।
जबलपुर
डॉ. मिश्रा ने बताया कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति कार्यक्रम मंगलवार 13 सितंबर को समस्त शासकीय शालाओं, प्राइवेट विद्यालयों, मदरसों, आंगनवाड़ी केंद्रों में चलाया जाएगा। जिसमें 1 वर्ष से 19 वर्ष तक के समस्त बच्चों को अल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जाएगी। प्रशिक्षण में जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ शत्रुघ्न दाहिया ने बताया राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस हेतु स्वास्थ्य विभाग नोडल विभाग है। कार्यक्रम का संचालन स्कूल शिक्षा विभाग महिला एवं बाल विकास विभाग के समन्वय से किया जाएगा। आदिम जाति कल्याण विभाग, पंचायत राज एवं ग्रामीण विकास विभाग का भी इसमें सहयोग रहेगा।
इस अवसर पर एविडेंस एक्शन के संभागीय समन्वयक तरुण तिवारी ने बताया कि मध्यप्रदेश राज्य में वर्ष में केवल एक बार कृमि मुक्ति अभियान चलाया जाता है। इसके अंतर्गत इस वर्ष 13 सितंबर को अभियान चलाया जाएगा तथा 16 सितंबर को छूटे हुए बच्चों हेतु दिवस का मापअप राउंड चलाया जाएगा। उन्होंने बताया कि बच्चों में कृमि संक्रमण दूषित मिट्टी एवं व्यक्तिगत अस्वच्छता से होता है । कृमि संक्रमण से बच्चों में शारीरिक एवं मानसिक विकास बाधित होता है वहीं दूसरी ओर उन में खून की कमी व पोषण स्तर पर दुष्प्रभाव पड़ता है।
संभागीय सलाहकार आरएमसीएच डॉ एस के उपाध्याय ने कृमि मुक्ति के तकनीकी पहलुओं एवं प्रतिकूल घटना प्रबंधन पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण अभियान है जिसमें सभी विभागों की महती भूमिका होगी।
न्यूट्रीशन इंटरनेशनल के समन्वयक योगेश शर्मा ने अनीमिया मुक्त भारत कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए बताया कि कृमि मुक्ति अनीमिया मुक्त भारत का एक महत्वपूर्ण घटक है। साथ ही आयरन सप्लीमेंटेशन रिपोर्टिंग एवं सप्लाई पर विस्तार से बात करते हुए विभागों की भूमिका पर प्रकाश डाला। बैठक एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा शिक्षा विभाग के जिला एवं ब्लाक स्तर के अधिकारी उपस्थित थे।