और भी नपेगे सरकार की कार्य वाही मे
मंडला दीपक शर्मा ग्राउंड जीरो से खबर
नैनपुर
नगर नैनपुर में बनने वाले प्रधान मंत्री आवास खटाई में पड़ते नजर आ रहे है।
बिना अनुमोदन के प्रधान मंत्री आवास को स्वीकृत करने भेजना नैनपुर सी एम ओ दिनेश बाघ मारे को महंगा पड़ गया।
भोपाल से मिले निर्देश के बाद उन को निलंबित कर दिया गया है।
बड़ा सवाल ये है कि नगर में प्रधान मंत्री आवास पर मुंह देखी हुई है। जिसका परिणाम नगर पालिका परिषद नैनपुर के चुनाव में मुद्दे के रूप में गरमाएगा। ये तय है राजनीतिक पार्टियों द्वारा नगर पालिका परिषद नैनपुर के चुनाव में भुनाने के मूड में है । आक्रामक अंदाज में है राजस्व और नगर पालिका परिषद नैनपुर की सयुक्त टीम वार्डवार वार्ड जाकर के मैदानी क्षेत्रों में सर्वे करती है।
जिसमें पटवारी उप यंत्री सब होते है अब जब सी एम ओ पर कार्यवाही हो गई है तो जद में राजस्व अमला भी हैं आने वाले दिनों में ये न हो की राजस्व अमला भी कार्यवाही में नप जाए। एक गरीब के लिए दो काम महत्त्व पूर्ण होते है बच्ची की शादी में महंगाई बोलती है कर के देख।और मकान बोलता है बना के देख एक गरीब के इस सपने को नगर पालिका परिषद नैनपुर ने मजाक बना दिया।
मुंह देखी आवास बटाई हुई उस में भी नगर पालिका परिषद नैनपुर के अंदर चर्चा का बाजार गर्म है।
अब उच्च स्तरीय जांच होगी और कई नपेगे जिनकी भूमिका तय होगी।किंतु मारा गरीब जायेगा ।
बड़ा सवाल ये है की सी एम ओ नए आए है किंतु नियम की जानकारी किसिको नही है वो सी एम ओ हो या नगर पालिका परिषद नैनपुर फिर ये चूक कहा हुई और बिना अनुमोदन का खेल क्यू खेला गया। राजनीति दवाव या राजनीतिक पार्टियों का संरक्षण जिस पर सरकार को कार्य वाही करनी पड़ी।
सूत्र बताते है ऐसा कई नगर पालिका परिषद में हुआ है की अनुमोदन बाद में हो गया किंतु सर्जरी सरकारी ऐसी ही होती है की हाथी निकल जाता है और पूछ फस जाती है।
जब से हम ने सोशल मीडिया में ये खबर चलाई गई है।
नगर पालिका परिषद नैनपुर में माहौल गर्मा गया खरीदी हो,, बेजा कब्जे की बात हो,या ये निलंबन की बात कई चेहरे मायूस नजर आए ।
चुनाव के वक्त खुद बीजेपी की नगर पालिका परिषद में बीजेपी सरकार की कार्य वाही को दबे स्वर में आने वाले समय में चुनाव में नुकसान बताया है। बहरहाल आने वाले दिनों में और भी सरकार की इस कार्य वाही की जद में आयेगे ये तय है।