मिनरल एंड माइनिंग सेक्टर पर हुआ कॉफी विद एक्सपर्ट्स का चौथा कार्यक्रम.
विशेषज्ञों ने दी निवेश को प्रोत्साहित करने शासन की नीतियों की जानकारी.
जबलपुर
जबलपुर और इसके आसपास खनन के क्षेत्र में निवेश की अपार संभावनाएं और अनुकूल परिस्थितियां मौजूद हैं, प्रकृति ने इस क्षेत्र को प्रचुर मात्रा में खनिज संपदा से नवाजा है, इस क्षेत्र में मेजर और माईनर खनिज की कई खदानें मौजूद हैं। यह जानकारी आज मंगलवार को कलेक्टर कार्यालय स्थित निवेश प्रोत्साहन केंद्र में मिनरल और माइनिंग सेक्टर पर आयोजित कॉफी विद एक्सपर्ट्स कार्यक्रम में विशेषज्ञों द्वारा दी गई। विशेषज्ञों ने बताया कि समय के साथ खनिजों को उपयोगिता भी बदलती रहती हैं और इस वजह से माइनिंग का क्षेत्र निवेश की दृष्टि से हमेशा फायदेमंद रहा है।
माइनिंग एंड मिनरल सेक्टर पर आयोजित कॉफी विद एक्सपर्ट्स का आज का यह कार्यक्रम कलेक्टर कार्यालय में स्थापित किये गये निवेश प्रोत्साहन केंद्र में प्रति मंगलवार को आयोजित किये जा रहे कॉफी विद एक्सपर्ट्स कार्यक्रम की श्रृंखला का यह चौथा कार्यक्रम था। खनन के क्षेत्र में निवेश के इच्छुक उद्यमियों की कार्यक्रम में बड़ी संख्या में सहभागिता को देखते हुये आज इसे कलेक्ट्रेट के सभाकक्ष आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जबलपुर एवं इसके आसपास मिनरल और माइनिंग के क्षेत्र में उपलब्ध संभावनाओं पर चर्चा की गई तथा केंद्र एवं राज्य शासन की खनन नीति तथा इस क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहन देने की नीतियों की विस्तार से जानकारी दी गई। इसके साथ ही निवेश के इच्छुक उद्यमियों की जिज्ञासाओं का समाधान भी इस कार्यक्रम में किया गया।
काफी विद एक्सपर्ट्स के इस कार्यक्रम में कलेक्टर श्री दीपक सक्सेना एवं अपर कलेक्टर श्रीमती मिशा सिंह भी शामिल हुये। कार्यक्रम में मौजूद विशेषज्ञों ने निवेश प्रोत्साहन केंद्र को निवेश के इच्छुक उद्यमियों के साथ संवाद स्थापित करने का अच्छा माध्यम बताया और कॉफी विद एक्सपर्ट्स कार्यक्रम के आयोजन की कलेक्टर दीपक सक्सेना की पहल की सराहना की। कार्यक्रम की शुरुआत में निवेश प्रोत्साहन केंद्र के सहायक नोडल अधिकारी जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक विनीत रजक ने कार्यक्रम के उद्देश्यों की जानकारी दी। एक्सपर्ट के रूप में इन अधिकारियों ने खनन के क्षेत्र में निवेश को प्रोत्साहन देने की शासन की नीतियों की जानकारी दी।
कॉफी विद एक्सपर्ट के इस कार्यक्रम में विषय विशेषज्ञों ने बताया कि इलेक्ट्रिक व्हीकल की बढ़ती उपयोगिता को देखते हुये मेजर और माइनर मिनरल के साथ-साथ अब लीथियम, निकल, कोबाल्ट और बेनाडियम जैसे क्रिटिकल मिनरल के खनन पर भी शासन द्वारा ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है। विशेषज्ञों ने बताया कि जबलपुर और इसके आसपास खासतौर पर डिंडौरी में बेनाडियम की खोज की गई है। विशेषज्ञों ने कार्यक्रम में खदानों को लीज पर लेने की प्रक्रिया और शासन द्वारा इस प्रक्रिया को सरल बनाने उठाये गये कदमों की जानकारी भी दी।
मिनरल और माइनिंग सेक्टर पर आयोजित कॉफी विद एक्सपर्ट्स के इस कार्यक्रम में विभिन्न उद्योग संघों के प्रतिनिधि तथा विशेषज्ञ के तौर पर जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया के उप महानिदेशक डॉ. एस एस सरकार, भारतीय खान ब्यूरो के रीजनल कंट्रोलर पुखराज नैनीवाल, क्षेत्रीय खनिज विभाग से संजय धोपेश्वर, जिला खनिज अधिकारी रत्नेश दीक्षित तथा जीएसटी विभाग के अधिकारी ए के आर्मो, वित्त सलाहकार लीड बैंक प्रबंधक दिवाकर ठाकुर उपस्थित रहे।