पिछले साल की तुलना मे इस साल अधिक किसानो ने कराया ई- उपार्जन पोर्टल मे पंजीयन
कटनी –
मूंग व उड़द की खेती करने वाले किसानों की संख्या और इसके फसलोच्छादन क्षेत्र और उत्पादकता में बढोत्तरी हुई है। जिले मे फसल सघनता और अन्तवर्तीय खेती से जायद फसलों के रकवे मे भी वृद्धि हुई है। तभी तो पिछले साल की तुलना मे जिले मे समर्थन मूल्य पर मूंग और उड़द के उपार्जन हेतु इस वर्ष अधिक किसानों ने ई- उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन कराया है।
उपसंचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास ने बताया कि गुरूवार 13 जून की शाम तक ई- उपार्जन पोर्टल पर 10 हजार 252 किसानो ने मूंग व उड़द विक्रय हेतु पंजीयन कराया है। जबकि पिछले साल केवल 8 हजार 6 सौ 46 किसानों ने ही मूंग व उड़द हेतु पंजीयन कराया था। इस प्रकार जिले मे पिछले साल की तुलना में इस साल एक हजार 602 किसानों ने अधिक पंजीयन कराया है। जो जिले मे मूंग व उड़द की खेती के प्रति किसानो के बढे रूझान के द्योतक है।
कृषि विभाग ने बताया कि इस साल 8 हजार 869 किसानो ने मूंग के लिए और एक हजार 383 किसानो ने उड़द बेचने के लिए ई- उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन कराया है। जबकि पिछले वर्ष ह संख्या तुलनात्मक रूप से बहुत कम थी। बीते साल मूंग के लिए 6 हजार 735 किसानों और उड़द के लिए एक हजार 911 किसानों ने ही ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन कराया था। जो तुलनात्मक तौर पर पिछले साल की तुलना में इस साल के किसानों की अधिक संख्या को दर्शाता है।
उपसंचालक कृषि ने बताया कि जिले मे एक साल मे किसानो द्वारा तीन फसले लेने की प्रवृत्ति में बढोत्तरी हुई है। इसमे मूंग,उड़द जैसी जायद की फसल का रकवा बढ़ा है। दोनो फसलों को मिलाकर इस साल 50 हजार हेक्टेयर मे इनकी खेती की गई है। जायद फसले कम लागत मे अच्छी पैदावार देती है। जिससे किसानों की समृद्धि मे भी वृद्धि होती है।