बजट बैठक में हुआ उजागर : अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और पार्षद बोले हमें कोई जानकारी नहीं, बोले बताओ कहां है दुकानों की फाइल
सिहोरा
नगर पालिका सिहोरा में पदस्थ उपयंत्री का एक अजीबोगरीब कारनामा नगरपालिका की बजट की बैठक में उजागर हुआ। खितौला मोड़ के पास स्थित बन रहे पार्क के सामने दो दुकानों का निर्माण कार्य करा दिया। दुकानों का निर्माण के लिए न तो टीएस जारी हुआ न ही टेंडर हुए। ठेकेदार के माध्यम से धड़ल्ले से दुकानों का निर्माण चल रहा है। जबकि दुकानों के निर्माण की जानकारी न तो नगर पालिका अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और संबंधित वार्ड के पार्षद तक को नहीं है।
ऐसे हुआ पूरे मामले का खुलासा
सोमवार को नगर पालिका परिषद की बजट बैठक आयोजित थी। बजट बैठक के दौरान नगरपालिका अध्यक्ष संध्या दिलीप दुबे, उपाध्यक्ष शारदा तिवारी, वार्ड क्रमांक 13 से पार्षद राजेश चौबे, वॉर्ड 9 से पार्षद ममता गोटिया सहित अन्य पार्षदों ने मामला उठाया की वार्ड क्रमांक 9 स्थित खितौला मोड़ पर दुकानों का निर्माण कैसे कराया जा रहा है। पार्षद और उपाध्यक्ष ने जब इसकी जानकारी नगरपालिका के उपयंत्री देवेंद्र व्यास से मांगी तो वह घबरा से गए। उनसे जब पूछा गया कि संबंधित दुकानों का निर्माण कराने के लिए क्या टीएस और टेंडर जारी किए गए हैं तो उनका जवाब था कि इसके लिए कोई भी टीएस और टेंडर जारी नहीं हुआ है। उपाध्यक्ष और पार्षदों ने कहा कि संबंधित दुकानों के निर्माण की फाइल कहां है। उपयंत्री इसका भी जवाब नहीं दे पाए। जिसको लेकर उपाध्यक्ष और पार्षद ने मुख्य नगरपालिका अधिकारी लक्ष्मण सिंह सारस से कड़ी आपत्ति जताई। साथ ही यह मामला भी बड़ी जोर-शोर से उठा कि नगरपालिका में बगैर टीएस और टेंडर कराए अन्य निर्माण कार्य धड़ल्ले से हो रहे हैं। अधिकतर निर्माण कार्यों में उपयंत्री की मिलीभगत सामने आ रही है।
12 बाई 20 की दो दुकानों का हो रहा निर्माण
जानकारी के मुताबिक वार्ड क्रमांक 9 खितौला मोड़ के पास 54 लाख की लागत से पार्क का निर्माण कार्य चल रहा है जिसकी बाउंड्री वाल का काम पूरा हो गया है। संबंधित पार्क का गेट इसी ओर बनना है, जो करीब 40 फीट रखा गया है। इसी गेट के 20 फीट के हिस्से में उपयंत्री ने मनमानी करते हुए नियमों को दरकिनार कर बिना टीएस और टेंडर की दो दुकानों का निर्माण कार्य करवा दिया।
करीब 15 वर्षों से नगर पालिका में डटे हैं संबंधित उपयंत्री
जानकारी के मुताबिक नगर पालिका में पदस्थ उपयंत्री देवेंद्र व्यास करीब 15 वर्षों से नगरपालिका सिहोरा में पदस्थ हैं। सूत्रों की मानें तो लंबे समय से उपयंत्री के नगर पालिका में पदस्थ रहने से उनके ठेकेदारों से अच्छे संबंध बन गए हैं। जिसके चलते ठेकेदारों को निर्माण कार्य को लेकर ठेकेदारों को टीएस की जरूरत पड़ती है और न ही टेंडर की। जहां उपयंत्री ने कह दिया ठेकेदार वहां मनमाने तरीके से निर्माण कार्य शुरू कर देते हैं। बड़ा सवाल यह है कि आखिर किन कारणों से अन्य नगर पालिका में इनका स्थानांतरण नहीं हुआ।
क्या कहते हैं जिम्मेदार
नगर पालिका परिषद की बजट बैठक में पार्क की जगह पर दुकानों के निर्माण को लेकर उपाध्यक्ष और पार्षदों ने बिना टीए और टेंडर के दो कारों के निर्माण को लेकर आपत्ति दर्ज कराई है। इस मामले में उपयंत्री से नस्ती मंगवाई गई है। नस्ती देखने के बाद ही यह बता सकूंगा कि आखिर किसके कहने पर दुकानों का निर्माण कार्य किया जा रहा है।
लक्ष्मण सिंह सारस, मुख्य नगरपालिका अधिकारी सिहोरा