श्रीराम कथा श्रवण से आपका क्षय होता है पुण्य बढ़ता है-प्रधुम्न त्रिपाठी
गाँधीग्राम–
बुढ़ानसागर तालाब गाँधीग्राम के तट पर आयोजित श्री राम यज्ञ में श्री राम कथा का वाचन करते हुए कथावाचक पौराणिक प्रद्युम्न नारायण त्रिपाठी ने कथाप्रवचन में कहा कि श्रीराम व सीता का व्यक्तित्व जीवन में उतारने की आवश्यकता है। उनके विवाह की कथा का प्रसंग रोचक है। कैसे उस समय के सभी विद्वान व महाबली राजा-महाराजों के अहंकार को भगवान श्रीराम ने चकनाचूर किया था। मां सीता के पति धर्म को हमारी माताओं-बहनो को अपनाने की आवश्यकता है। आज बदलते आधुनिक परिवेश में लोग धर्म से विमुख हो रहे हैं। श्रीराम कथा के श्रवण मात्र से ही पाप का क्षय होता है। पुण्य बढ़ता है। ऐसा कार्य करना चाहिए कि जिससे माता-पिता प्रसन्न हो,ऋषि-मुनि आशीर्वाद दें। देवी-देवता हमेशा रक्षा करें।इस अवसर पर यज्ञ आयोजन समिति के मुख्य यजमान सुधीश त्रिपाठी भूपेंद्र लता चौरसिया, बसंत सावित्री चौरसिया, रामकुमार राधा पटेल, दीपचंद सदारानी, पथ्थो बाई रामवती चौरसिया एवम मन्दिर वा मेला आयोजन समिति अध्यक्ष प्रकाश मिश्रा, संरक्षक गजराज सिंह बघेल, सरपंच श्रीमती राधा विवेक चौरसिया, जनपद सदस्य श्रीमती अनीता राजेश त्रिपाठी, सचिव नारायण सिंह ठाकुर उपाध्यक्ष हरिशंकर तिवारी, कोषाध्यक्ष भूपेन्द्र चौरसिया, सुधीश त्रिपाठी , बसंत तिवारी ,नारायण प्रसाद चौरसिया, मुन्ना लाल त्रिपाठी, चमन असाटी, राम जी चौरसिया, रमेश बर्मन, रज्जन बर्मन सहित ग्रामवासी वा भक्तजन उपस्थित रहे।