विधानसभा चुनाव-विधानसभा क्षेत्र भी आवंटित.माइक्रो आब्जर्वर का भी हुआ रेंडमाइजेशन.
जबलपुर
विधानसभा चुनाव के लिए मतदान कराने नियुक्त अधिकारियों-कर्मचारियों का दूसरे चरण का रेण्डमाइजेशन आज निर्वाचन आयोग द्वारा जिले की आठों विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए नियुक्त प्रेक्षकों की मौजूदगी में कलेक्टर कार्यालय के एनआईसी रूम में सम्पन्न हुआ। दूसरे चरण के रेण्डमाइजेशन में मतदान कार्मिकों से मतदान दलों का गठन किया गया तथा उन्हें विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र आवंटित किये गये ।रेण्डमाइजेशन की इस प्रक्रिया में सबसे पहले आल वुमन मैनेज्ड बूथ तथा इसके बाद सामान्य पोलिंग बूथों के मतदान दलों का गठन कर विधानसभा क्षेत्र आबंटित किये गये ।
रेण्डमाइजेशन की इस प्रक्रिया के दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने निर्वाचन आयोग के प्रेक्षकों को मतदान दलों के रेण्डमाइजेशन के लिए एनआईसी द्वारा तैयार एवं निर्वाचन आयोग द्वारा प्रमाणित साफ्टवेयर “सीईएमएस” के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर क्रिटिकल मतदान केन्द्रों पर तैनात किये जाने वाले माइक्रो आब्जर्वर्स का भी रेण्डमाइजेशन किया गया । रेण्डमाइजेशन की प्रक्रिया में विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों को आबंटित मतदान दलों में दस प्रतिशत रिजर्व मतदान दलों को भी शामिल किया गया है ।
मतदान दलों के रेण्डमाइजेशन की प्रक्रिया के दौरान निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त पाटन विधानसभा क्षेत्र की सामान्य प्रेक्षक श्रीमती अरुणिमा डे, बरगी एवं जबलपुर पूर्व विधानसभा क्षेत्र के सामान्य प्रेक्षक सुहर्ष भगत, जबलपुर उत्तर एवं जबलपुर केंट विधानसभा क्षेत्र के सामान्य प्रेक्षक सौरभ जैन, विधानसभा क्षेत्र जबलपुर पश्चिम एवं पनागर की सामान्य प्रेक्षक सुश्री आकांक्षा राजन तथा विधानसभा क्षेत्र सिहोरा के सामान्य प्रेक्षक मनीष कुमार मौजूद थे। रेंडमाइजेशन की प्रक्रिया जिला सूचना विज्ञान अधिकारी आशीष शुक्ला ने सम्पन्न कराई ।
मतदान कर्मियों के दूसरे चरण के रेंडमाइजेशन में 2 हजार 132 मतदान केंद्रों के लिये दस प्रतिशत रिजर्व सहित 2 हजार 344 मतदान दलों का गठन किया गया । इसी प्रकार 504 क्रिटिकल बूथों के लिये दस प्रतिशत रिजर्व सहित 558 माइक्रो आब्जर्वर विधानसभावार आवंटित किये गये । इसके पहले ऑल वुमन मैनेज्ड बूथ के लिये दस प्रतिशत रिजर्व सहित 336 मतदान दल गठित किये गये और उन्हें विधानसभा क्षेत्र आवंटित किये गये । जिले में कुल 2 हजार 132 मतदान केंद्रों में से 305 ऑल वुमन मैनेज्ड बूथ बनाये जा रहे हैं । इन मतदान केंद्रों के मतदान दलों में महिला कर्मचारी ही होंगी और वे ही मतदान कराने की जिम्मेदारी संभालेंगी ।