सिघाडा गोटि कि मुदत बनी चर्चा, किसान हुये क्रोधित
सिहोरा
सिहोरा कृषि उपज मंडी में व्याप्त भ्रष्टाचार एवम अराजकता पर नियंत्रण करने में स्थानीय एवम जिला प्रशासन दिखा नाकाम…
किसानो में भारी असंतोष….
एक बार पुनः जबलपुर कलेक्टर महो. से हस्तक्षेप की गुहार
कलेक्टर जबलपुर के द्वारा सिहोरा कृषि उपज मंडी में व्याप्त भ्रष्टाचार एवम अनियमितताओं पर अनेक प्रयासों के बाद भी काबू नही पाया जा सका, वहा चारो तरफ अराजकता का माहोल व्याप्त है।
विगत एक वर्ष से प्रत्येक माह किसान प्रतिनिधियों के साथ आयोजित बैठकों में लगातार इस मुद्दे को जोरदारी से उठाया गया। तत्कालीन कलेक्टर महो. ने सुधार हेतु सख्त निर्देश दिए थे। समीक्षा में संतोष जनक कार्यवाही न होने पर नाराजी भी व्यक्त की थी, संबंधित अधिकारियों पर कार्यवाही के निर्देश भी दिए गए थे।…
यह मामला विगत बैठक में कलेक्टर महोदय के समक्ष भी उठाया गया था, और मामले को गंभीरता से लिया था, परंतु न तो मुद्दत से किसानो को राहत मिली न चोरियो को रोका जा सका, सी सी टी वी कैमरे और अधिक संख्या में लगाने के निर्देशों का पालन भी नही हुआ, जो कैमरे स्थापित हैं उन्हें भी बंद रखा जाता है।
गेट में एंट्री से लेकर, पल्लेदारी, भुगतान तक में …किसान लूट का शिकार हो रहे है, अभी सिंघाड़ा का समय है, उसमे भी छोटे छोटे किसानो से लूट हो रही है। विश्राम गृह, बैठने की व्यवस्था, सब कुछ चरमराई हुई है, कोई देखने वाला नहीं है, एस डी एम सिहोरा जे महोदय भी असहाय नजर आते हैं।
समाचार पत्रों, मीडिया द्वारा आवाज उठाई जा रही है, किसान व किसान संगठन बार बार आवाज लगाते लगाते थक गए है, पर जूं तक रेंग नही रही, वहां की समस्यायों से निजात कैसे मिलेगी, समझ के परे है।
अब देखना यह होगा कि
कलेक्टर महोदय जबलपुर से किसानों की आशाएं नजर आती हैं, शायद कलेक्टर महोदय के प्रयासों से किसानो को कुछ राहत प्राप्त हो सके।..