गुरु पूर्णिमा की शाम चंद्रमा पृथ्वी के बिल्कुल निकट आया
पिपरिया से भगवान सिंह राजपूत की रिपोर्ट
,लगभग तीन लाख सत्तावन हज़ार किलोमीटर की दूरी पर रहते हुए यह इस वर्ष के लिए पृथ्वी के सबसे निकट था।
नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि- इसे सुपरमून कहते हैं। यह माइक्रो मून की तुलना में 14% बड़ा और 30% अधिक चमकदार महसूस होता है। सलग्न सारिका घारू द्वारा शाम 8 बजकर 5 मिनिट पर सुपर मून की फोटो भी ली गई।