कलेक्टर दीपक सक्सेना की अध्यक्षता में आज गुरूवार को जिला स्तरीय लघु उद्योग संवर्धन समिति की संपन्न
जबलपुर
बैठक में जबलपुर में औद्योगिक विकास की संभावनाओं एवं नवीन क्लस्टर विकास की परियोजनाओं के क्रियान्वयन में आ रही कठिनाईयों पर चर्चा की गई। बैठक में विभिन्न उद्योग संघों के पदाधिकारी एवं प्रतिनिधि मौजूद थे।
बैठक के प्रारंभ में कलेक्टर श्री सक्सेना के समक्ष जबलपुर के औद्योगिक परिदृश्य, औद्योगिक गतिविधियों एवं औद्योगिक विकास की संभावनाओं पर पॉवर प्वाइंट प्रजेंटेशन दिया गया। श्री सक्सेना ने जबलपुर में स्थापित होने वाले विभिन्न क्लस्टरों के संबंध में विस्तार से जानकारी बैठक में ली। मिष्ठान क्लस्टर से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करते हुये उन्होंने संबंधित हितधारकों की अलग से बैठक बुलाने के निर्देश दिये। श्री सक्सेना ने कहा कि जल्दी ही वे औद्योगिक क्षेत्र रिछाई, अधारताल एवं उमरिया-डुंगरिया का भ्रमण करेंगे। इसके अलावा लेमा गार्डन स्थित गारमेंट क्लस्टर भी जायेंगे। उन्होंने हाथकरघा संचालकों की समस्याओं के निराकरण के लिए हाथकरघा ईकाईयों का अवलोकन करने की बात भी कही।
श्री सक्सेना ने जबलपुर को असीम संभावनाओं वाला क्षेत्र बताते हुये कहा कि देश के मध्य में स्थित होने के कारण यह ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक हब के लिये सर्वाधिक उपयुक्त है। इसके लिये सभी जरूरी कदम उठाये जायेंगे। उन्होंने खाद्य प्रसंस्करण ईकाईयों की स्थापना की संभावनाओं पर भी ज्यादा कार्य करने की जरूरत बताई। कलेक्टर ने जिला स्तरीय लघु उद्योग संवर्धन समिति की बैठक प्रत्येक माह आयोजित करने के निर्देश भी दिये।
बैठक में जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक विनीत रजक, नगर निगम के अपर आयुक्त आर पी मिश्रा तथा उद्योग संघों से रवि गुप्ता, हिमांशु खरे, डीआर जैसवानी, अर्चना भटनागर, अरूण पवार, दीपक जैन, अनुराग जैन, मुनींद्र मिश्रा, अशोक परयानी, भानु शुक्ला, पंकज माहेश्वरी, नरेन्द्र पुरी गोस्वामी, हर्ष महाजन आदि मौजूद थे।