तहसील क्षेत्र के दर्जनों गांवों में लायसेंसी शराब ठेकेदार के माध्यम से ही अवैध शराब बिक्री का गोरखधंधा फलफूल रहा है।
मझौली जबलपुर
जिसके चलते पूरी तहसील अवैध शराब की मंडी के रूप में तब्दील हो गई है। इसको लेकर क्षेत्रीय ग्रामीण महिलाएं एवं जनप्रतिनिधि कई बार लामबंद हो चुके हैं। वहीं इस मुद्दे पर वनमंत्री ने भी आपत्ति जताते हुए गांवों में शराब की अवैध बिक्री रोकने के निर्देश दिए थे, लेकिन गोरखधंधा बदस्तूर जारी है।
मझौली के विभिन्न ग्रामीण क्षेत्रों में स्थानीय लायसेंसी शराब ठेकेदार कमलेश शिवहरे के संरक्षण में गांव-गांव में शराब की अवैध बिक्री की जा रही है।
शराब ठेकेदार द्वारा खुद के वाहनों से खुलेआम गांव-गांव दुकानें खुलवाकर अंग्रेजी एवं देसी शराब बेची जा रही है। वनमंत्री ने अधिकारियों को सख्ती के साथ शराब की अवैध बिक्री पर रोक लगाने के निर्देश दिए, लेकिन अधिकारियों द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई।
इन गांवों में अवैध रूप से शराब बिकवा रहा लाइसेंसधारी ठेकेदार : क्षेत्र के ग्राम लुहारी, सुहजनी, बीछी, बनखेड़ी, खबरा, दौरा अभाना, पीपल दिवरी , दोनी पटोरी, छीतापाल, पठरा, गठोरा, पोला, ढोडा, मझगांव पाली, जुझारी उमरिया, चनगवा,दुहतरी ,दुहतरा, खितौला , पड़वार, डुंगरिया, खांड, दिवरी अमगवा, हिनौता में शराब की अवैध बिक्री खुद लाइसेंसी ठेकेदार द्वारा डिलेवरी देकर कराई जा रही है।
नगर में नियम वरुद्ध संचालित हो रहीं शराब की दुकानें
कार्रवाई के लिए छापामार अभियान चलाया जाएगा। ठेकेदार के खिलाफ समुचित कार्रवाई की जाएगी। जो लोग गांवों में शराब को अवैध तरीके से बेच रहे हैं उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी
स्वेता सिंह, निरीक्षक, आबकारी विभाग