भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने मध्यप्रदेश विधानसभा पटल में राजस्व मंत्री के समक्ष सतना जिले के पटवारियों की पदस्थापना सहित जिले की शासकीय भूमियों के हेराफेरी की जांच का मामला उठाते हुए इस आशय की जानकारी चाही है
सतना
मैहर के भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने विधानसभा पटल में सवाल उठाया कि (क)- क्या यह सत्य है कि तारांकित प्रश्न क्र. 31 दिनांक 16.12.2012 को विधानसभा में चर्चा के दौरान विभागीय मंत्री द्वारा दिए गए आश्वासन के परिप्रेक्ष्य में म.प्र. राजस्व विभाग मंत्रालय के ज्ञापन क्रमांक एफ 11-39/2012 भोपाल दिनांक 22/01/2013 द्वारा प्रदत्त निर्देशानुसार तत्कालीन कलेक्टर ने पत्र क्र. 323 दिनांक 19.02.2013 के तहत 5 पटवारियों को हटाते हुए राजस्व निरीक्षकों को प्रभार दिया था, उक्त आदेश के नगर निगम क्षेत्र में पदस्थापना की कुल अवधि को अवलोकन करें। दूसरा आदेश पत्र क. 377. दिनांक 26.02.2014 को कलेक्टर सतना द्वारा जारी किया गया था। जबकि तीसरा आदेश अनुविभागीय अधिकारी रघुराजनगर सतना द्वारा पत्र क्र. 2120 दिनांक 04/03/2014 को जारी किया गया है।
(ख)- प्रश्नांश (क) अगर सहीं है तो शासन के साफ-साफ निर्देश हैं कि ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करें कि कोई भी पटवारी एवं राजस्व निरीक्षक अपनी सेवाकाल की कुल अवधि में तीन वर्ष से अधिक समय तक शहरी क्षेत्र में पदस्थ न रहे। शासन के यह आदेश भी समस्त कलेक्टरों को थे कि नगरीय क्षेत्र एवं बाह्य नजूल में स्थित शासकीय भूमि की हेराफेरी पर अंकुश लगाया जाए। शासन के साफ निर्देशों के बाद भी कलेक्टर एवं एसडीएम वर्षों से जमे पटवारी राजस्व निरीक्षक का स्थानांतरण क्यों नहीं कर पा रहे हैं ? रघुराजनगर तहसील में जिला प्रशासन को बहुत बढ़ी सर्जरी करनी पड़ेगी। प्रमुख सचिव राजस्व को कलेक्टर सतना को उक्त पटवारियों के रघुराजनगर तहसील में अन्यत्र करने के निर्देश जारी करने चाहिए, यदि नहीं कर सकते हैं तो कारण सहित बताएं ?
(ग)- रघुराज नगर तहसील के अंतर्गत पटवारी हल्का कोलगवां के आराजी नं. 502, 506, 507, 508, 532, 533, किता 6 कुल रकवा 13.127 हे. शासकीय है। उक्त आराजी को निजी स्वत्व में करने की तैयारी जिला प्रशासन द्वारा की जा रही है। शहर के हृदय स्थल की उक्त आराजी को राज्य शासन को हर स्तर पर बचाना चाहिए। मौजा बदखर की आराजी क्र. 343, 352, 355, 381 का जांच प्रतिवेदन नायब तहसीलदार हाटी द्वारा पत्र क्र. 414 दिनांक 22.07.2020 को तहसील रघुराजनगर को सौंपा गया था। तहसील रघुराजनगर ने पत्र क्र. 1441/1 दिनांक 07.08.2020 को एसडीएम रघुराजनगर को जमा करा दिया गया, लेकिन आज दिनांक तक खसरा सुधार नहीं किया गया। इसी तरह उक्त मौजा की आराजी नं. 39 रकवा 2.28 एकड़ की आराजी के संबंध में तहसील रघुराजनगर ने 18/12/2019 को एसडीएम रघुराजनगर कार्यालय में जमा किया है। लेकिन 90 वर्षीय बृजलाल नाई पिता बहोरिया नाई को आज दिनांक तक न्याय नहीं मिला है।
(घ)- क, ख अगर सही है तो तहसील रघुराजनगर से उक्त पटवारियों को कब तक तहसील से बाहर स्थानांतरित कर दिया जाएगा तथा भू-माफियाओं के साथ मिलकर शासकीय आराजियों को खुर्द-बुर्द कर करोड़ों रूपये कमाए हैं, उसकी जांच भी राज्य स्तरीय कमेटी बनाकर कराएं, नहीं कराएंगे तो क्यों ? कारण सहित बताएं तथा (ग) में बृजलाल नाई की आराजी में कब तक खसरा में सुधार कर दिया जाएगा, इसकी समय सीमा भी बताएं ?