ओरछा रोड थाना क्षेत्र में नहीं थम रहे अपराध, अनैतिक गतिविधियों में लिप्त हैं मारपीट के आरोपी
छतरपुर
मामूली सी बात को लेकर ओरछा रोड थाना क्षेत्र के ग्राम धमौरा में रविवार को खूनी संघर्ष हो गया। मारपीट में तिवारी परिवार के दो युवक जख्मी हुए हैं। पीडि़तों की रिपोर्ट पर पुलिस ने 3 लोगों के विरुद्ध अपराध पंजीबद्ध कर लिया है। पीडि़तों ने बताया कि आरोपीगण अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं और थाना क्षेत्र में कई अनैतिक गतिविधियां संचालित करते हैं।
पीडि़त देवेंद्र तिवारी उम्र 34 वर्ष निवासी धमौरा ने बताया कि रविवार की सुबह करीब 8:30 बजे गांव के सचिन यादव की भैंस उसके दरवाजे पर लगे एक छोटे पेड़ से घिसट रही थी, चूंकि पेड़ छोटा था और वह भैंस के घिसटने से टूट जाता इसलिए उसने सचिन से भैंस दूर करने के लिए कह दिया। इसी बात से नाराज सचिन ने देवेंद्र के साथ गाली-गलौज शुरू कर दी। जब देवेंद्र ने सचिन को गाली देने से मना किया तो सचिन ने कुल्हाड़ी से उस पर हमला कर दिया। कुल्हाड़ी देवेंद्र की आंख के ऊपर लगी और वह लहूलुहान हो गया। इसी बीच सचिन का भाई संजू और आनंद यादव भी मौके पर आ गया और वह भी गाली गलौज करने लगे। देवेन्द्र के मुताबिक संजू यादव ने उसे डंडे से मारा जबकि आनंद यादव ने उसके साथ लात-घुंसों से मारपीट की। देवेंद्र को पिटते देख उसका भतीजा आशीष तिवारी जब उसे बचाने आया तो तीनों आरोपियों ने उस पर भी हमला कर दिया। बाद में जाहर तिवारी, लकी तिवारी और कैलाश तिवारी ने बीच-बचाव किया। मारपीट में आशीष तिवारी के कूल्हे और हाथ में चोट आई है जबकि देवेंद्र की आंख के ऊपर तथा शरीर के अन्य अंगों में चोटें आई हैं। देवेंद्र के मुताबिक सचिन, आनंद और संजू यादव ने रिपोर्ट करने पर जान से मारने की धमकी भी दी है। बहरहाल पीडि़त की रिपोर्ट पर पुलिस ने धारा 294, 323, 324, 506, 34 आईपीसी के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
*//ओरछा रोड थाना क्षेत्र में बढ़ रहे अपराध//*
अपराधों और अनैतिक गतिविधियों के लिए सुर्खियों में रहने वाले ओरछा रोड थाना क्षेत्र में अपराधों में पर पुलिस का नियंत्रण नहीं हैं। आए दिन थाना क्षेत्र में मारपीट, चोरी सहित जुआ खिलवाए जाने, अवैध शराब बिक्री की सूचनाएं सामने आती रहती हैं। ऐसे में कहीं न कहीं ओरछा रोड थाना पुलिस पर सवाल खड़े होते हैं। थाना क्षेत्र के ग्राम धमौरा सो सामने आए ताजा मामले में जिन लोगों ने मारपीट की है उन पर पीडि़त परिवार द्वारा अनैतिक गतिविधियों में लिप्त होने के आरोप लगाए हैं। पीडि़तों का कहना है कि आरोपी अवैध शराब, जुआ सहित अन्य अनैतिक कार्यों में लिप्त हैं लेकिन पुलिस की सख्ती न होने के कारण वे खुलेआम अपना काम करते रहते हैं।