प्रधानमंत्री पूरे देश में स्वच्छ भारत मिशन के तहत शहरों व गांवो को स्वच्छ रखने के लिए तरह तरह के प्रयास किए जा रहे है।
मझौली जबलपुर
प्रधानमंत्री के मिशन को सरकारी विभाग ठेंगा दिखा रहे है।
नगर की मुख्य संड़को पर फैली गंदगी इस ओर साफ इशारा कर रही है। सड़को पर फैल रही गंदगी से लोगों को परेशानी हो रही है। लेकिन नगरपरिषद के अधिकारी इस ओर कतई ध्यान नहीं दे रहे है।
शहरों व गावों को स्वच्छ बनाने के लिए सरकारी व गैर सरकारी संस्था तरह तरह के प्रयास कर रही है। जिससे शहरों को साफ स्वच्छ बनाकर पर्यावरण को स्वच्छ रखा जा सकें। लेकिन नगरपरिषद मझौली इस ओर बिल्कुल ध्यान नहीं दे रही है। जबकि साफ सफाई को लेकर खुद अपनी पीठ धपधपा रही है।
नगर की मुख्य सड़कों पर पड़ी गंदगी नगरपरिषद की खोल रही पोल।
नगर परिषद मझौली के जबलपुर रोड पर सुहजनी तिराहा एवं सुहजनी रोड़ स्थित घरों के बहार रोजाना कूड़ा पड़ा रहता है। तथा गंदगी से भरा पानी रोड़ पर बहता है जिससे स्कूली बच्चों एवं शिक्षक अभिभावकों तथा नगर वासियों का आवागमन प्रभावित होता है। तो वहीं रोड़ पर भरे गंदे पानी एवं गंदगी होने से लोगों को सड़क से निकलने के लिए मुंह पर कपड़ा रखना पड़ता है।
लिखित शिकायत के बावजूद भी नगर परिषद के अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे है। जिसका खामियाजा आम लोगों को उठाना पड़ रहा है
नगर को साफ सफाई के दावे करने वाली नगरपरिषद के दावे हवा हवाई।
जिसका सीधा उदाहरण सड़क पर पड़ी गंदगी और रोड पर बह रहे गंदे नाली से देखने को मिल रहा है।
वहीं नगर परिषद नगर की गंदगी को साफ करने के लिए दावे करती है। कि शहर मेें किसी स्थान पर भी कूड़ा नहीं डालेगा। जिसके लिए शहर के विभिन्न स्थानों पर सफाई कर्मचारियों को तैनात किया गया है। जिससे शहर की सड़को पर डल रहे कूड़े को साफ किया जा सकें। लेकिन उसके बावजूद भी नगर में साफ सफाई की व्यवस्था पूरी तरह चौपट दिखाई पड़ती है।