प्लांट मे होने वाले विवादो के लिए जिम्मेदार स्वयम एसीसी मैनेजमेंट
कैमोर
कैमोर एसीसी सीमेंट प्लांट अमेहटा मे आए दिन विवाद की जानकारी मिलती है अनेको बार पुलिस को मामले भी दर्ज करने पडते है किन्तु इसके पीछे का कारण एसीसी मैनेजमेंट स्वयम है। बे बजह कोई विवाद नही करना चाहता किन्तु एसीसी मैनेजमेंट खुद विवाद के लिए युवाओं को उकसाने का कार्य कर्ता है। एसीसी सीमेंट प्लांट के अधिकारियों को अनेको बार विधायक व अंय जन प्रतिनिधियों ने छेत्री लोगों की समस्याओं का निराकरण करते हुए कार्य करने की हिदायत दी किन्तु एसीसी मैनेजमेंट के अधिकारी को किसी की बात समझ कहा आती है। न वह विधायक की बात रखती न मुख्यमंत्री के बादो का लिहाज करती अपनी मनमर्जी बेरोजगारों पर थोपती है। जिसकी बजह से प्लांट के अधिकारी कई बार पिट चूके तरह तरह के अपमानित शब्दो से सम्मानित हुए।
*अडानी बने डोन*
एसीसी सीमेंट प्लांट मैनेजमेंट के अधिकारी उस वक्त से अडानी के नाम की धमकिया देते आ रहे हैं जब से अडानी कैमोर शासकीय सुरक्षा के साथ आए थे अडानी के काफिले की सुरक्षा कटनी जिले के एसपी कलेक्टर ने की थी तभी से मैनेजमेंट के हौसले बुलंद है वह जानते हैं की पैसो की ताकत से सभी को आगे पिछे दौड़ाया जा सकता है। जब जिले के मुखिया ही अडानी के आगे पिछे घुमते है तो फिर छोटे अधिकारी क्या कर लेगे और अगर कोई आम आदमी उनके विरोध मे बोलने का साहस करेगा उसे झुठे मामलो मे फसा दिया जाएगा। इसी लिए एसीसी मैनेजमेंट के अधिकारियों द्वारा स्थानीय व्यापारियों का कोई कार्य नही किया जाता बल्कि विवाद के लिए उकसाया जाता है और बाद मे झुठे मामलो मे फसा दिया जाता है। हालांकि ऐसी हरकतों से कानून व्यवस्था से लोगों का भरोसा उठ रहा है वही जन प्रतिनिधियों की बाते भी झुठी साबित हो रही है।
*एसीसी की करतूत बनेगी चुनावी मुद्दा*
एसीसी सीमेंट प्लांट मैनेजमेंट के अधिकारी भली भांति इस बात से वाकिफ है की चुनाव नजदीक है अभी तक जन प्रतिनिधियों ने उनका कुछ नही बिगाडा तो अंतिम पडाव मे क्या बिगाड़ लेते इसी लिए वह बेखौफ होकर स्थानीय छेत्री जनो का खुल कर विरोध कर रहे हैं जिसका सिधा असर चुनाव मे दिखने वाला है।