लाभार्थी युवा उद्यमियों को बिजनेस के नये आइडिया देने एक प्लेटफार्म पर लाने के प्रयास होंगे.
जबलपुर
मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के ऐसे नौ युवा लाभार्थियों से कलेक्टर दीपक सक्सेना ने आज गुरुवार को संवाद किया जिन्होंने इस योजना से मिले ऋण से न केवल स्वयं का व्यवसाय स्थापित किया है बल्कि उसे सफलतापूर्वक संचालित भी कर रहे हैं । इन युवाओं ने मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में बैंकों से 5 से 15 लाख रुपये तक का ऋण लेकर टेंट और केटरिंग, गारमेंट, साड़ी, कुर्ती और लेगी, लहंगा, ज्वेलरी और सैलून, एफएमसीजी आइटम्स के डिस्ट्रीब्यूशन, सौंदर्य प्रसाधन सामग्री तथा कम्प्यूटर सेंटर जैसे व्यवसाय हाल ही में शुरू किये हैं और प्रतिमाह 30 से 80 हजार रुपये तक की आय अर्जित कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के इन नौ युवा लाभार्थियों में पांच महिला लाभार्थी शामिल थीं। इन्होंने भी संवाद के कार्यक्रम में कलेक्टर दीपक सक्सेना को अपने व्यवसाय के बारे में जानकारी दी तथा योजना के तहत आसानी से मिले ऋण के लिये शासन के प्रति आभार व्यक्त किया। संवाद के इस कार्यक्रम में जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक विनीत रजक भी मौजूद थे।
कलेक्टर दीपक सक्सेना ने लाभार्थी युवाओं से मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना से व्यवसाय या इकाई स्थापित करने के लिये आवेदन जमा से लेकर प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करने, आवेदन को स्वीकृति एवं ऋण वितरण से लेकर व्यवसाय शुरू करने तक उनके अनुभव सुने । उन्होंने इन हितग्राहियों से उनके व्यवसाय को लेकर भी सवाल-जबाब किये और खर्च काटने के बाद प्रतिमाह होने वाली आय की जानकारी ली।
श्री सक्सेना ने संवाद के दौरान इन युवा उद्यमियों की उत्साहवर्धन किया और व्यवसाय में उनकी सफलता की कामना की। श्री सक्सेना ने कहा कि इन युवाओं की सफलता अन्य को भी प्रेरित करेगी और युवा स्वयं का व्यवसाय या उद्योग स्थापित करने आगे आयेंगे। कलेक्टर ने मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के इन लाभार्थी युवाओं को व्यवसाय में सफलता प्राप्त करने टिप्स भी दिये। उन्होंने कहा कि एक ही सेक्टर में व्यवसाय कर रहे युवाओं को चाहिये कि वे अपना समूह बनाये। सभी की मांग का आंकलन कर उत्पादक अथवा बड़े डीलर से सामग्री खरीदने का सौदा एक साथ करें। इससे उन्हें ज्यादा छूट मिलेगी और मुनाफा भी बढेगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन भी इन व्यवसायियों को एक प्लेटफार्म पर लाने का प्रयास करेगा और उनके लिये समय-समय पर विशेषज्ञों से संवाद के कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे, ताकि बाजार की बदलते ट्रेंड और बिजनेस के नये आइडिया और अवसरों से वे अवगत हो सकें तथा अपनी पहचान को बरकरार रख व्यवसाय को नित नई ऊंचाइयाँ दे सकें।
कलेक्टर ने गारमेंट सेक्टर में व्यवसाय शुरू करने वाले युवाओं को स्कूल यूनिफार्म की मेन्युफेचरिंग से जुड़ने का आग्रह भी किया। उन्होंने जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक से मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना से ऋण लेकर गारमेंट्स का व्यवसाय प्रारंभ करने वाले युवा लाभार्थियों की स्कूल यूनिफार्म निर्माण के क्षेत्र में उपलब्ध संभावनाओं से अवगत वर्कशॉप आयोजित करने कहा । श्री सक्सेना ने कम्प्यूटर सेंटर शुरू करने वाले मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के हितग्राहियों से नोटरी एवं स्टॉम्प वेंडर तथा एमपी ऑनलाइन कियॉस्क और कॉमन सर्विस सेंटर जैसी व्यावसायिक गतिविधियों से भी जुड़ने का आग्रह भी किया। उन्होंने कहा कि इससे उनकी आय बढ़ेगी। श्री सक्सेना ने कहा कि इसके लिये भी उन्हें विशेषज्ञों से परामर्श दिलाया जा सकता है।
संवाद के कार्यक्रम में मौजूद मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना के लाभार्थी युवाओं में गारमेंट का व्यवसाय शुरू करने वाली नीलम सोनी, कम्प्यूटर सेंटर स्थापित करने वाली रेशमा यादव, लहंगा, ज्वेलरी और सैलून का व्यवसाय में कदम रखने वाली मलिहा इरशाद मंसूरी, गारमेंट व्यवसाय शुरू करने वाली स्वेता दाहिया एवं मुनमुन लोधी, एफएमसीजी का डिस्ट्रीब्यूशन का कारोबार शुरू करने वाले राहुल थापा एवं मयंक वर्मा, शहपुरा में टेंट हाउस और केटरिंग का व्यवसाय संचालित कर रहे शुभम तिवारी तथा घड़ी, वेल्ट और परफ्यूम का व्यवसाय कर रहे पुनीत जैन शामिल रहे। इन सभी युवाओं ने मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना से बैंकों से ऋण प्राप्त कर वर्ष 2024 में ही व्यवसाय शुरू किया है।