135 लाख की लागत में दरारों का सबक
मझौली तहसील पहुँच मार्ग निर्माण में भ्रष्टाचार और घटिया निर्माण की ओर स्पष्ट इशारा
मझौली / जबलपुर |
135.48 लाख रुपए की लागत से बने पनागर-सिंगलदीप-मझौली मार्ग से तहसील भवन मझौली तक के सीसी रोड निर्माण कार्य में भारी भ्रष्टाचार की बू आ रही है। 1.06 किलोमीटर लंबे इस मार्ग को जून 2024 में पूरा होना था, परंतु कार्य की गुणवत्ता पर उठ रहे सवालों ने शासन की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्नचिह्न लगा दिया है।
कुछ दिन में ही उखड़ी परतें, दरारें — गुणवत्ता पर सवाल:
* नई बनी सीसी रोड पर बरसात से पहले ही दरारें और टूट-फूट शुरू हो गई।
* न जल निकासी की व्यवस्था, न किनारों की सुरक्षा* — सड़क बरसात में जलजमाव से जर्जर हो रही है।
* स्थानीय लोगों का आरोप है कि निर्माण के दौरान गुणवत्ता मानकों को नजरअंदाज किया गया और महज़ औपचारिकता में ठेका पूरा किया गया।
परफॉर्मेंस गारंटी भी औपचारिकता बनकर रह गई
कार्य में 5 वर्ष की परफॉर्मेंस गारंटी शर्त शामिल है, लेकिन निर्माण एजेंसी या ठेकेदार द्वारा कोई मरम्मत कार्य या निगरानी** नहीं की जा रही। लोक निर्माण विभाग भी मूकदर्शक बना हुआ है।
जनता की माँग:
* कार्य की तकनीकी जांच कराई जाए
* दोषी ठेकेदार व अभियंता के विरुद्ध कार्रवाई की जाए
* परफॉर्मेंस गारंटी के तहत तत्काल सुधार कार्य करवाया जाए
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* स्थानीय प्रतिक्रियाएं:
सड़क पर आने-जाने में दिक्कत हो रही है। करोड़ों खर्च करने के बाद भी ऐसी घटिया सड़क?
महेश पटैल, रहवासी
कागजों पर सब पूरा, ज़मीनी हकीकत में सिर्फ भ्रष्टाचार। प्रशासन को जवाब देना चाहिए।
रीना वर्मा, व्यवसायी