हितग्राही को अधिकारियों के पीछे चक्कर नहीं काटना पड़ेगा ,लेकिन हितग्राही आज भी अधिकारियों के पीछे चक्कर लगाकर सुना रहे आप बीती
किशोरी श्रीवास छतरपुर मध्य प्रदेश
अखिरकार किस राजनेताओ का संरक्षण है जो कि कानून कि उड रही धज्जियां
क्योंकि आए दिन जनमानस समस्याओं को लेकर बैठ रहे धरनो पर बैसे तो भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार ने कहा था कि अब हितग्राहियों को अधिकारियों के पीछे चक्कर नहीं लगाने होंगे मगर भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार के नियम कानून हो रहे फ्लॉप क्योंकि जहां जनमानस अपनी रोजी रोटी के लिए परेशान हैं वहीं दूसरी ओर सरकार के नुमाइंदे जनमानस की सुविधाओं के लिए परेशान कर रहे हैं फिर भी सरकार का कहना है कि सबका साथ सबका विकास यह तो उल्टा ही होने को जा रहा है आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में सैकड़ों समस्या लेकर चाहे खाद्य की हो या बिजली विभाग की हो या फिर जमीन जर जात की हो लेकिन हितग्राही को जब आय निवास जाति के लिए महीनों चक्कर ओपसो के काटने पड़ रहे हैं तो क्या होगा इस देश का कहावत वाली बात है की सैंया है कोतवाल तो डर काहे का जिससे यह मां अनुमान लगाया जा रहा है की आखिरकार किन राजनेताओं का संरक्षण है जोकि अधिकारी महीनों चक्कर लगवा रहे हैं ऐसा ही एक नहीं कई उदाहरण सामने आए हैं आपको बता दें कि राजनगर तहसील अंतर्गत राजगढ़ पंचायत के टपरियन क्षेत्र में एक इनकम टैक्स कमिश्नर ने हितग्राहियों को परेशान कर के हालाकान कर दिया है जिसके लिए ग्रामीणों ने पुलिस चौकी से लेकर प्रधानमंत्री तकलीफ शिकायतें की फिर भी नतीजा जीरो रहा इतना ही नहीं छतरपुर कलेक्ट्रेट के सामने लगातार 6 दिन से भूख हड़ताल पर बैठे कुछ ग्रामीण जिनकी जमीन पर दबंगों का कहर होने के कारण भूख से तड़प रहे हैं। बमीठा थाना क्षेत्र अंतर्गत वरिष्ठ किसान नेता प्रकाश पांडे जो गरीबों के मसीहा कहलाने वाले व्यक्ति है किसानों की मदद करने के लिए पहुंचे। जहां पर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा किसान नेता प्रकाश पांडे के ऊपर एफ आई आर दर्ज करवा दी फिर भी सरकार कहती है कि हम किसानों का भला करेंगे कैसे कर पाएंगे भला जब जनता अपनी समस्याओं को लेकर अधिकारियों के पीछे चक्कर लगा रहे है अब देखना यह है कि भारत सरकार एवं प्रदेश सरकार लोगों की समस्याओं को समाधान कर पाएंगे या फिर किसानों का नेता प्रकाश पांडे की तरह मुकदमा खाते रहेंगे।