सिंघाड़ा उत्पादक किसानों का झलका दर्द
गोसलपुर.विजय तिवारी की रिपोर्ट
ज्ञात हो की मध्यप्रदेश के भीतर सिहोरा तहसील मे सिंघाड़े का उत्पादन अत्यधिक मात्रा में पैदावार होती है यहां का सिंघाड़ा देश विदेश में सप्लाई किया जाता है बड़ी मात्रा में यहां का वर्मन समाज सिंघाड़ा की खेती करता है परंतु पिछले दो-तीन वर्षों से सिंघाड़े में अज्ञात बीमारी लाल रोग लगने के कारण सिंघाड़ा की खेती करने वाले किसान लगातार नुकसान उठा रहे है शिकायत को संज्ञान में लेते हुए जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर से पांच
वैज्ञानिकों की टीम बुढनसागर तालाब पहुंचकर सिंघाड़ा में लगने वाली अज्ञात बीमारी का सुक्षमता से परीक्षण कर बीमारी की गिरफ्त में आए सिंघाड़ा की बोल का सैंपल एकत्र कर एग्रीकल्चर कॉलेज की प्रयोगशाला मे जांच करने हेतु ले गए वहीं वैज्ञानिको ने इस मौके पर उपस्थित सिंघाड़ा उत्पादक किसानों को अनेक उपचार विधि व सिंघाडा की खेती करने के तौर तरीके बताए गये