संभागीय कमिश्नर श्री अभय वर्मा ने आज मॉडल स्कूल में संचालित ज्ञानाश्रय कोचिंग में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं को मार्गदर्शन करते हुये कहा कि भारत के पश्चिम बंगाल में स्थित सुंदरबन विश्व का सबसे बड़ा रामसर स्थल है। जिसे 2019 में रामसर साइट में शामिल किया गया है।
जबलपुर
उड़ीसा में स्थित चिल्का झील और राजस्थान के केवलादेव को 1981 में पहली बार रामसर स्थल में शामिल किया गया है। मध्यप्रदेश में भी चार रामसर स्थल है जिनमें भोज वेटलैंड भोपाल, सांख्य सागर झील शिवपुरी, सिरपुर तालाब इंदौर एवं यशवंत सागर इंदौर को रामसर स्थल में शामिल किया गया है। इसी तरह दुनिया की पहली रामसर साइट आस्ट्रेलिया में स्थित कोबोर्ग प्रायद्वीप थी। रामसर एक ईरान का शहर है।
कमिश्नर श्री वर्मा ने टाइगर रिजर्व की जानकारी देते हुये कहा कि भारत में बाघों की सर्वाधिक संख्या 3682 बताई, जो अन्य देशों से अधिक है। भारत सरकार ने 1 अप्रैल 1973 को बाघों के संरक्षण के लिए टाईगर प्रोजेक्ट की शुरुआत की। रामसर साइट और जीव जंन्तुओ के संरक्षण के लिए वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 पर्यावरण संरक्षण अधिनियम 1986 आदि काम कर रहे अंतर्राष्ट्रीय संस्थान रिपोर्ट तैयार करते है। इसके साथ ही टाइगर रिजर्व के बारे में विस्तार से बताया। इस दौरान संभागायुक्त श्री वर्मा ने विद्यार्थियों द्वारा पूछे गए प्रश्नों का संक्षेप में जवाब दिया।