गरीब नमाज कमेटी ने किया मदार टेकरी कब्रिस्तान में किया सुपुर्द खाक किया
जहां एक ओर मध्यप्रदेश के द्वारा लगातार गरीबों के लिए नित नई योजनाएं बना रही तो वही उसके विपरीत मध्यप्रदेश के सरकारी अस्पतालों पर यह सबाल खड़ा करती है कि आखिर सरकारी योजनाओं का लाभ किसे मिल रहा है।जब योजनाएं गरीब लोगों तक पहुंच ही नहीं पा रही है।
जबलपुर
कहते हैं गरीबी बुरी होती है,उसी का उदाहरण 14 मई को जबलपुर में देखने मिला, जहां बिहार से आकर जबलपुर में, मजदूरी करने वाले परिवार का एक चिराग, गरीबी और भूखमरी सहते सहते बीमार हो गया, गरीबी के चलते समय पर उचित इलाज ना मिलने के कारण, अंततः 14 मई को काल के गाल में समा गया, उसकी मौत हो गई, जिसकी सूचना उसके परिजनों को फोन पर बिहार दी गई,मगर उन्होंने ने भी गरीबी का हवाला देते हुए, किराये के लिए पैसे नहीं होने के कारण, जबलपुर आने से मना कर दिया, जिसकी खबर जबलपुर गोहलपुर की गरीब नवाज कमेटी,जो कि अनेकों वर्षों से,गरीब, मजबूर, बेसहारा, जरूरत मंदों की यथा सम्भव मदद करते आ रही, को लगते ही कमेटी के लोग कटंगी रोड, आई टी आई के पास झोपड़ी में रह रहे बिहार निवासी, मृतक मृतक मोहम्मद शफीक के पास पहुंच कर, पुलिस की आवश्यक कार्यवाही के बाद, कमेटी के ही शव वाहन द्वारा, मदार टेकरी स्थित कब्रिस्तान में, गरीब नवाज कमेटी ने मुस्लिम धर्म अनुसार सुपुर्दे खाक किया,गरीब नवाज कमेटी कई खास बात ये है कि,ये कमेटी हर जाति धर्म के जरूरत मंदों, मजबूर परेशान को उसी जाति धर्म अनुसार, मृतक का अंतिम संस्कार करती है,