पहले सटोरियों को प्रकरण बनाने के नाम पर डराती है फिर रिश्वत खाकर मंडी थाने की तरफ भाग जाती है
शुजालपुर-अशोक जाट
आजकल एक नई नवेली रिश्वतखोर उपनिरीक्षक ललिता ठाकुर मंडी थाने में महिला संबधित अपराधों में विवेचना करने के लीए पदस्थ हुई है और अब हमारे पाठकगण भी सोच रहे होगे की मैडम रिश्वत खोर कैसे हो गई तो हम हमारे पाठकगणों को बताना चाहते है कि इनके लेंनदेन संबंधित कई ओडियो प्रमाण पत्रकारो के पास पहले से सुरक्षित मौजूद है जिसमे यह साफ साफ आदान प्रदान सम्बधित बातो को कहती नजर आ रही है जिसमे गिरफ्तारी से लेकर संबंधित अपराध में विवेचना के नाम पर गरीब फरियादियो को डराना धमकाना और फिर अपनी असवैधानिक ईच्छाऔ की पूर्ति करवाना औऱ अब मैडम का अपना स्थांतरण मंडी थाने पर होने के बाद से मैडम ने मानो सारी हदें पार कर दी है ललिता ठाकुर ने आते ही अपने वही पुराने कारनामो को अंजाम देना शुरू कर दिया है जिसमे सटोरियों से लेकर अवैध शराब माफियाओ से अपना पुराना याराना निभाना और जब सट्टाधारक व शराब माफिया लेनदेन की भाषा मे न माने तो डरा धमका कर उनकी जैब ढीली करवाना और फिर रिश्वत की राशी को अपने मुँह में दबाकर थाने की तरफ भाग जाना जैसे मैडम के लिए आने के बाद से कुछ ही दिनों में आम सी बात हो चुकी है
*पुलिस कप्तान सटोरियों की धर पकड़ के लिए चला रहे है अभियान ओर उन्ही की कार्यवाही पर बट्टा लगा रही उप. निरीक्षक ललिता*
वैसे तो जिले के पुलिस कप्तान सट्टा व्यापारियों की धर पकड़ करने के लिए कई टीमें गठित कर रखी है जो संबंधित थाने को सूचना दिए बिना ही अपनी कार्यवाही को अंजाम देकर जिले भर के सटोरियों पर कार्यवाही कर अंकुश लगा रही है लेकिन जब शुजालपुर शहर के सबसे संवेदनशील मंडी थाने के अंतर्गत कार्यवाही करने की बारी आती है तो उप. निरीक्षक ललिता सटोरियों से आने वाली आमदनी पूर्णतः बन्द हो जाने के डर से संबंधित टीम की सूचना पहले ही सट्टाधारको को दे देती है जिससे शहर के सटोरिए अपनी अपनी दुकानो को बंद कर पहले ही भाग खड़े हो जाते है और कुछ विश्वशनीय सूत्र तो यहाँ तक बताते है कि मैडम ने आते ही सट्टा व्यापार से लेकर अवैध शराब माफियाओ में अपनी पैठ पकड़ जमाना शुरू कर दिया है जिसके चलते पहले से फल फूल रहे ईस गोरख धंन्धे को और अधिक बढ़ने की आशंकाओं से नकार नही जा सकता
शेष खबर अगले अंक में विस्तार दिखाएंगे और भी इनके कारनामे ताकि जनता को ये खाखी का काला सच भी सामने आ सके