23 करदाताओं से 4 करोड़ 95 लाख रूपये वसूले
भोपाल
वाणिज्यिक कर विभाग ने कर चोरी करने वाले करदाताओं के विरूद्ध बड़ी कार्रवाई करते हुए टाईल्स, हार्डवेयर एवं सेनेटरी गुड्स आदि से संबंधित कर चोरी में लिप्त 23 करदाताओं पर एक साथ छापे की कार्यवाही की गई। मौके पर कार्यवाही के दौरान कर एवं दण्ड के रूप में 4 करोड़ 95 लाख रूपये जमा कराए गए। कार्यवाही के दौरान लगभग 6.94 करोड़ रूपये की कर चोरी प्राथमिक रूप से पकड़ी गई। टेड्रिंग एकाउन्ट में पाए गए स्टाक एवं भौतिक रूप से पाए गए स्टाक में अंतर पाया गया। बिलों के मिलान में माल का अन्डर वेल्यूवेशन कर विक्रय किया जा रहा है।, जिससे माल की कीमत और मात्रा में अंतर पाया गया।
वाणिज्यिक कर आयुक्त श्री लोकेश कुमार जाटव ने विभाग की डेटा एनालिसिस टीम को कर चोरी में संलग्न व्यवसाइयों पर कार्यवाही जारी रखने के निर्देश दिये हैं। विभाग द्वारा बड़े शहरों के अतिरिक्त छोटे जिला स्तर पर भी छापे की कार्यवाही की गई। इन्दौर में मेसर्स हरीश सेनिटेशन, मेसर्स हरीश कम्बाईन्स, मेसर्स हरीश सेनिटेशन एवंड ट्रेडलिंक्स एलएलपी, मेसर्स क्यूबिक इंटनेशनल, मेसर्स महालक्ष्मी मार्बल्स, मेसर्स जसपेयर प्लास्टिक, मेसर्स शिवा सेरेमिक्स, मेसर्स शिवा मार्बल एवं मेसर्स शिवा ग्रेनाईट्स, रतलाम के मेसर्स बुड क्राफ्ट के रतलाम के साथ व्यवसाय स्थल उज्जैन एवं मेसर्स पारसमल बसंतीलाल के रतलाम के साथ व्यवसाय स्थल इंदौर सम्मलित है। भोपाल में श्री गौरव जी मार्बल्स, मेसर्स श्री गौरव जी मार्बल एंड टाईल्स एवं मेसर्स फास्टली मार्मो प्रा.लिमि., ग्वालियर में मेसर्स अग्रसेन टाईल्स एवं सेनेटरी हाउस एवं मेसर्स वृंदावन प्लायवूड हब, जबलपुर में मेसर्स पगारिया मार्बल एण्ड सेरेमिक्स एवं मेसर्स सेरेमिक प्लाजा, सागर में मेसर्स जिनेन्द्र कुमार जैन, सतना में मेसर्स राजपाल ट्रेडर्स एवं मेसर्स राजपाल ट्रेडर्स एवं दमोह में मेसर्स सिंह हार्डवेयर हाउस एवं मेसर्स सिंह हार्डवेयर पर छापे की कार्यवाही की गई।
मध्यप्रदेश माल और सेवा कर अधिनियम 2017 के तहत चलित वाहनों की जाँच (मोबाईल चेकिंग) में माह अप्रैल 2023 में संभाग/वृत्तों में पदस्थ अधिकारियों को कार्यवाही हेतु अधिकार पत्र दिए गए। कर अपवंचन वाली वस्तुओं जैसे- पान मसाला, आयरन एवं स्टील, आयरन स्क्रेप एवं परचून आदि को चिन्हित कर कार्रवाई की गई। कर चोरी में लिप्त माल परिवहन करने वाले 90 वाहनों से कर एवं शास्ति के रूप में 2 करोड़ 52 लाख रूपये जमा कराये गये। कार्यवाही के दौरान पकड़े गए वाहनों से संबंधित व्यवसाइयों के संव्यवहारों की सप्लाई चेन का विश्लेषण किया जाकर आवश्यकतानुसार छापे की कार्यवाही भी की जा रही है।