राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन, रीवा के समस्त अधिकारी/कर्मचारियों की समीक्षा बैठक डॉ सौरव संजय सोनवणे IAS मुख्य कार्यपालन अधिकारी महोदय, जिला पंचायत, रीवा की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गयी
रीवा
जिसमें जिला परियोजना प्रबंधक एवं उपसंचालक-पशु चिकित्सा , उपसंचालक-उद्यान के साथ मत्स्यपालन विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहे। बैठक में मुख्य रूप से निम्न बिन्दुओं पर चर्चा की गयी-
🔲 अन्य, विभागों से समन्यव हेतु सर्वप्रथम उद्यान विभाग के सहायक संचालक द्वारा अपने विभाग की योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की गयी एवं ऑनलाइन आवेदन हेतु प्रक्रिया बतायी गयी। उक्तव जानकारी के उपरांत मुख्य कार्यपालन अधिकारी महोदय द्वारा समस्त विकासखण्ड प्रबंधकों एवं सहायक विकासखण्डं प्रबंधकों को मसाला, सब्जी उत्पादन, फलदार पौधों हेतु 40 हेक्टेपयर का लक्ष्य दिया गया एवं उद्यान विभाग द्वारा तैयार मॉडल का भ्रमण कराने हेतु निर्देश के साथ प्याज गोदाम, पैकहाउस के भी प्रकरण तैयार करने के निर्देश दिये गये।
🔲 मनरेगा प्रभारी द्वारा वृक्षारोपण, व्यक्तिगत एवं सामूहिक गतिविधि हेतु विस्तार में बताया गया, जिसके संबंध में मुख्य् कार्यपालन अधिकारी महोदय, द्वारा प्रत्येक विकासखण्डों में 10-10 सामूदायिक पोषण वाटिका का निर्माण जनपद पंचायत के APO मनरेगा के माध्यम से विकसित करने के निर्देश दिये गये।
🔲 पशुपालन विभाग के सहायक संचालक महोदय द्वारा अपने विभाग की योजनाओं की जानकारी प्रदाय की गयी, जिसमें मुख्य रूप से डेयरी, बकरी पालन, मुर्गीपालन आदि योजनाओं को विस्तार से बताया गया। योजनाओं की जानकारी उपरांत मुख्य कार्यपालन अधिकारी महोदय द्वारा समस्त विकासखण्डआ प्रबंधक एवं सहायक विकासखण्ड प्रबंधकों को बकरी पालन, मुर्गीपालन एवं डेयरी के प्रकरणों को तैयार करने के लक्ष्य दिये गये एवं साथ ही जिन विकासखण्डों में डेयरी संचालित है वहां पर BMC की मांग होने पर BMC लगाने का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिये गये एवं समस्त विकासखण्डों में तैयार गौ-शालाओ के संचालन हेतु स्वसहायता समूहों के चुनाव के साथ पशुपालन विभाग एवं मनरेगा से समन्यव कर गौ-शालाओं का प्लाान तैयार करने के निर्देश दिये गये एवं गौ-शालाओं का स्वसहायता समूहों के साथ अनुबंध संपादित कर अनुबंध की कॉपी एवं समूह का प्रस्ताव मय पासबुक की छायाप्रति सहित जिला मनरेगा शाखा में देने हेतु निर्देशित किया गया।
🔲 मत्य् की पालन विभाग के अधिकारी द्वारा अपने विभाग की योजनाओं के बारे में बताया गया। जिस हेतु प्रत्येक विकासखण्डों में मछली पालन के 400 प्रस्ताव तैयार करने के साथ अमृत सरोवरों में मछली पालन हेतु स्वसहायता समूहों का चयन एवं प्रशिक्षण कराने हेतु निर्देश दिये गये।
🔲 विकासखण्ड हनुमना एवं मऊगंज में वाटरशेड के माध्यम से आजीविका गतिविधियां जैसे-बकरीपालन, मुर्गीपालन आदि के प्रस्ताव तैयार कर सम्मिलित किये जाये एवं साथ में विकासखण्ड -रायपुर कर्चुलियान में मुर्गीपालन एवं बीएमसी का प्रस्ताव तैयार करने हेतु निर्देशित किया गया।
🔲 उद्यान विभाग के द्वारा संचालित प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना-(PMFME) के अन्तर्गत प्रत्येक विकासखण्डों मे अधिक से अधिक प्रकरण तैयार कर स्वी्कृत एवं वितरण कराने हेतु निर्देशित किया गया। प्रत्येक विकासखण्डे में 10-10 प्रकरण तैयार कराने का लक्ष्य निर्धारित किया गया।
🔲 जिला परियोजना प्रबंधक द्वारा बैंक लिंकेज एवं स्वसहायता समूह गठन के प्रदत्तत लक्ष्यों को समय-सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिये गये एवं साथ में प्रत्येक विकासखण्डों में ग्रामीण पथं विक्रेता के प्रदाय लक्ष्यो को पूर्ण करने के निर्देश के साथ-साथ 15 दिवस पश्चाएत पुन: समीक्षा हेतु निर्देश दिये गये।