प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान पूरे प्रदेश में जीरो टॉलरेंस की बात करते हुए भ्रष्टाचारियों सहित गुंडे बदमाशों को जमीन के नीचे दस फीट गाड़ देने की चेतावनी देते हैं,
सतना जिले की मझगंवा जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार की गंगा नही बल्कि, अगर यूं कहा जाय तो भी अतिश्योक्ति नही होगी की भ्रष्टाचार की वैतरणी नदी बह रही है।
लोकेशन – मझगवां/सतना
जिसमे ग्राम पंचायतों के सरपंच, सचिव, अधिकारी, कर्मचारी, नेता सब डुबकी लगाते नजर आ रहे हैं, और भ्रष्टाचार की शिकायतों को कोई देखने सुनने वाला नही है।
वीओ* पूरा मामला मझगंवा जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाली ग्राम पंचायत झरी नकैला का है। जहां ग्राम पंचायत के पूर्व सरपंच श्रीराम सेन सहित सचिव द्वारा ऐसे ऐसे कांड किए गए, जिनकी मिशाल मिलना मुश्किल है। पूरे मामले का खुलासा ग्राम सभा में शोशल ऑडिट के लिए बुलाई गई खुली ग्राम सभा की बैठक के दौरान हुआ। बैठक मे ग्रामीणों द्वारा पूर्व सरपंच सचिव के ऊपर एक तरह से ग्राम पंचायत को लूट कर खा जाने का आरोप लगाते हुए किए गए भ्रष्टाचारों की जांच की मांग की गई। गांव के ग्रामीणों राजकुमार लखेरा, रामनरेश तिवारी, महादेव उपाध्याय द्वारा बताया गया कि ग्राम पंचायत में पूर्व सरपंच सचिव द्वारा तमाम ऐसे कार्य जैसे ग्राम पंचायत की गौशाला में बीते लगभग एक वर्ष से कोई भी गौवंश न होने के बाद भी लगातार भूसे के पैसों को निकाला गया, प्रधानमंत्री आवास योजना की मजदूरी का भुगतान ऐसे खातों में किया गया जो मजदूर थे ही नहीं, और बाद में उनके खातों से सरपंच सचिव द्वारा स्वयं पैसे प्राप्त कर लिए गए। इसके अलावा ग्राम पंचायत में घटिया सड़को का अधूरा निर्माण, राशि आहरित कर लेने के बाद भी नालियों का निर्माण न कराया जाना आदि शामिल है। ग्रामीण रामनरेश तिवारी के अनुसार हम केवल भ्रष्टाचार का आरोप नही लगा रहे हैं, ग्राम पंचायत के ग्रामीण चाहते हैं कि पूर्व सरपंच और सचिव के द्वारा किए गए भ्रष्टाचारों की जांच की जाय, जिससे की पूरे मामले का खुलासा हो सके।