आगंतुकों का अभिवादन ‘‘ओम’’ से करते है छात्र
कलेक्टर श्री प्रसाद ने छात्रों के साथ की प्रार्थना
कटनी
– जिला मुख्यालय से करीब 40 किलोमीटर दूर विकासखण्ड बड़वारा के ग्राम पंचायत सिरौंजा गड़रिया के ग्राम सिमरियासानी स्थित शासकीय माध्यमिक स्कूल किसी भी मायने मे शहर के प्रायवेट स्कूलों से कम नहीं है। जिले के अन्य स्कूलों को इस स्कूल से सीख लेना चाहिए की कैसे सीमित संसाधनों के बावजूद बेहतर कार्य किया जा सकता है। यहॉ शिक्षा के साथ- साथ संस्कारों की पाठशाला लगती है। यहॉ आने वाले हर आगन्तुक का अभिवादन मे छात्र ओम बोलते है।
कलेक्टर अवि प्रसाद का अभिवादन भी छात्रों ने ओम बोलकर किया। दरअसल ओलावृष्टि और बैमोसम बारिश से हुई फसल क्षति का जायजा लेकर वापस लौट रहे कलेक्टर श्री प्रसाद को स्कूल के बाहर बच्चे पक्तिबद्ध हो प्रार्थना करते दिखे। बस फिर क्या था कलेक्टर श्री प्रसाद ने भी छात्रों के बीच प्रार्थना सभा मे खेडे होकर हाथ जोड़कर छात्रों के साथ प्रार्थना की।
दीवारें बोलती हैं
सिमरिया सानी की स्कूल की कक्षा की दीवारें शिक्षाप्रद कलात्मक पेंटिंग और छात्रों द्वारा हस्तनिर्मित कलाकृतियों से सजी है। जो छात्रों को पढ़ाती प्रतीत होती है। यहां सीरेंज द्वारा बच्चों को गिनती, गुलदस्ते के माध्यम से अक्षर, प्राचीन भारतीय मुद्रा, अशोक चक्र द्वारा प्रहर पथ का अर्थ, सीरेंज नीडल और टायर के माध्यम से अंग्रेंजी वर्णमाला के अलावा पत्थरों से छात्रों ने आकर्षक सीनरीज बनाई है। इसके अलावा खराब गेंदों को काटकर पौधों के गुलदस्ते तैयार किये है। स्कूल में वेस्ट से बेस्ट चीजें तैयार की गई है। और तो और हस्तनिर्मित कैलेण्डर और प्लास्टिक की खराब हो चुकी ट्रे मे छात्रों द्वारा महापुरुषों के चित्र, पर्यावरण व विज्ञान की जानकारी देते चार्ट भी बनाये गए है। जिन्हे देखकर कलेक्टर अवि प्रसाद खासे खुश हुए।
ओम का निनाद
कलेक्टर श्री प्रसाद ने छात्रों के साथ प्रार्थना गीत गाया। सुबह -सवेरे लेकर तेरा नाम प्रभु करते है हम शूरू आज का काम का काम प्रभु………. की प्रार्थना समाप्त होने के बाद सभी ने सस्वर ओम का निनाद किया।
कलेक्टर ने दी सौगात
स्कूल के पुस्तकालय की पुस्तकों को व्यवस्थित रखने कलेक्टर श्री प्रसाद ने यहॉ अलमारी देने और और स्कूल की बउण्ड्रीवाल का सीमांकन कर अतिक्रमण हटाने एस.डी.एम महेश मंडलोई को निर्देशित किया। कलेक्टर ने स्कूल की पक्की बाउंड्रीवाल बनवाने का ग्रामीण और शिक्षकों को भरोसा दिलाया।
रंग लाई मेहनत
स्कूल को इस मुकाम तक पहुंचाने के लिए ग्रामीणों और अध्यापकों की मेहनत रंग लाई। स्कूल भवन के रंग रोगन, बच्चों के लिए साफ पानी की व्यवस्था तथा बाथरूम का इंतजाम परिसर में है।
परिसर की बदली सूरत
प्रधानाध्यापक इन्द्रभान निगम बताते है कि सिमरिया सानी स्कूल में 3 रेगुलर और 3 अतिथि शिक्षक शिक्षक पदस्थ है। सभी के सहयोग और मेहनत से स्कूल परिसर मे पौधा रोपण किया गया है। जिसमें सुगंधित और सजावटी पौधे लगे है। बास की बाउण्ड्रीवाल बनाकर पौधों की सुरक्षा का इंतजाम किया गया है। साथ ही प्लास्टिक के कचरे के निपटान के अलावा सूखे और गीले कचरे के निपटान हेतु अलग-अलग डस्टबिन रखे है।