कलेक्टर श्री प्रसाद द्वारा मातृ मत्यु दर मे कमी लाने प्रसव के रेफरल मामलों की समीक्षा के दौरान पता चली लापरवाही
बीएमओ बहोरीबंद व विजयराघवगढ़ को मिला नोटिस
कटनी –
जिले मे मातृ मृत्यु दर को कम करने हेतु सतत प्रयासरत कलेक्टर अवि प्रसाद प्रसव के रेफरल मामलों की नियमित समीक्षा करते है। इसी समीक्षा के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बहोरीबंद और सिविल अस्पताल विजयराघवगढ के खंड चिकित्सा अधिकारियों द्वारा गर्भवती महिलाओं के सिजेरियन ऑपरेशन करने और ब्लड चढ़ानें जैसी सुविधायें उनके अस्पतालों मे होने के बाद भी प्रसव के मामलों को रेफर करने को कलेक्टर ने गंभीरता से लेते हुए इनके कृत्यों के प्रति नाराजगी व्यक्त की है।
कलेक्टर ने कहा कि मातृ मृत्यु दर कम करने हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बोहोरीबंद व सिविल अस्पताल विजयराघवगढ़ फर्स्ट रेफरल यूनिट के रूप मे चिन्हित है। बावजूद इसके इस दिशा मे कोताही बरती गई है।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने बहोरीबंद के बीएम ओ डॉ आनंद अहिरवार और सिविल अस्पताल विजयराघवगढ के बीएमओ डॉ विनोद कुमार को इनके इस लापरवाही पूर्ण आचरण के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करने सीएमएचओ को निर्देशित किया था। इसके बाद बहोरीबंद के डॉक्टर अहिरवार को जारी नोटिस मे कहा गया है कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बहोरीबंद मे ब्लड ट्रांसफ्यूजन की सुविधा माह जनवरी 2024 से उपलब्ध है। इसके बाद भी जनवरी 2024 से आज तक मात्र 30 यूनिट ब्लड ट्रांसफ्यूजन कराया गया है। जबकि विगत छः माह (जनवरी 2024 से जून 2024) में आपके यहां अनमोल पोर्टल के अनुसार 40 सीवियर एनीमिया के केस रजिस्टर्ड है।
शासन के निर्देशानुसार गर्भवती महिलाओं का ब्लड ट्रांसफ्यूजन निःशुल्क किया जाना है। इस हेतु आपको निर्देशित किया गया था कि समय-समय पर ब्लड डोनेशन कैंप ब्लॉक स्तर पर आयोजित कर ब्लड एकत्रित कर ब्लड बैंक कटनी में जमा करायें। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अंतर्गत प्रत्येक माह की 09 एवं 25 तारीख को हाईरिस्क गर्भवती की जाँच स्त्रीरोग विशेषज्ञ द्वारा की जाती है। जिसके अंतर्गत चिन्हित सीवियर एनीमिक केस का भी ब्लड ट्रांसफ्यूजन आपकी संस्था में शत प्रतिशत कराया जाना था, जो कि नहीं कराया जा रहा है। इसके लिए कलेक्टर द्वारा कड़ी नाराजगी व्यक्त की गई है।
वहीं सिविल अस्पताल विजयराघवगढ़ के बीएमओ डॉ कुमार को जारी नोटिस मे कहा गया है कि यहां ब्लड ट्रांसफ्यूजन की सुविधा एक माह पूर्व प्रारंभ की गई थी। जिसके अंतर्गत मात्र 04 ब्लड ट्रांसफ्यूजन की रिपोर्ट आपके द्वारा की गई है। जबकि विगत एक माह में आपके यहां अनमोल पोर्टल के अनुसार लगभग 50 सीवियर एनीमिया के केस रजिस्टर्ड है।
शासन के निर्देशानुसार गर्भवती महिलाओं का ब्लड ट्रांसफ्यूजन निःशुल्क किया जाना है। इस हेतु आपको निर्देशित किया गया था कि समय-समय पर ब्लड डोनेशन कैंप ब्लॉक स्तर पर आयोजित कर ब्लड एकत्रित कर ब्लड बैंक कटनी में जमा करायें। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के अंतर्गत प्रत्येक माह की 09 एवं 25 तारीख को हाईरिस्क गर्भवती की जाँच स्त्री रोग विशेषज्ञ द्वारा की जाती है। जिसके अंतर्गत चिन्हित सीवियर एनीमिक केस का भी ब्लड ट्रांसफ्यूजन आपकी संस्था में शत- प्रतिशत कराया जाना था। जो नहीं कराया जा रहा है।
इसी प्रकार एफआरयू यूनिट क्रियाशील होने हेतु न्यूनतम 5 सीजेरियन प्रतिमाह किया जाना आवश्यक है। इसके लिये ओटी सुविधा समस्त आवश्यक उपकरण के साथ आपकी स्वास्थ्य संस्था में उपलब्ध है। आप स्वयं (एनेस्थेसिस्ट) एवं डॉ. धनेश्वरी सिंह (स्त्रीरोग विशेषज्ञ) विगत लभगग 10 वर्षों से अधिक समय से सिविल अस्पताल विजयराघवगढ़ में कार्यरत है इसके बाद भी आपके द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-22 में 19, वित्तीय वर्ष 2022-23 में 29 एवं 2023-24 में 19 केस कराया गया है। जो कि लक्ष्य के विरूद्ध कम है। 2024-25 में कलेक्टर श्री प्रसाद के निर्देश के बावजूद भी आपके द्वारा कोई भी सीजेरियन केस विजयराघवगढ़ में नही कराया गया। जिस पर कलेक्टर द्वारा कडी नाराजगी व्यक्त की गई है।
म.प्र. सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के उपनियम (1). (2). (3) के तहत पदीय दायित्वों के प्रति अवहेलना और घोर लापरवाही एवं कार्य के प्रति उदासीनता को परिलक्षित होने पर तत्संबंध में अपना स्पष्टीकरण 48 घंटे के अंदर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए है। स्पष्टीकरण का जवाब समय से प्रस्तुत न करने एवं जवाब संतोषजनक न होने पर आपके विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जावेगी। जिसके लिये आप स्वयं जवाबदार होंगे।