घर-घर जाकर पांच वर्ष तक के बच्चों के स्वास्थ्य का होगा सर्वे
जबलपुर
जिले में पांच वर्ष की उम्र तक के बच्चों में बाल्यकालीन बीमारियों की पहचान और उनके निदान के उद्देश्य को लेकर करीब एक माह तक चलाए जाने वाले दस्तक अभियान के द्वितीय चरण का आज शुभारंभ हुआ। अभियान के तहत स्वास्थ्य, आंगनबाड़ी एवं आशा कार्यकर्त्ताओं द्वारा घर-घर दस्तक देकर अभिभावकों से बच्चों को होने वाली बीमारियों के बारे में जानकारी ली जाएगी तथा गंभीर रोगों, शारीरिक व्याधियों से ग्रसित पाये गये बच्चों के उपचार के त्वरित प्रबंध किये जायेंगे।
जिले में दस्तक अभियान के द्वितीय चरण का विधिवत शुभारंभ आज मंगलवार को रानी दुर्गावती चिकित्सालय एल्गिन में आयोजित जिलास्तरीय कार्यक्रम में क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवा डॉ संजय मिश्रा ने बच्चों को विटामिन-ए की खुराक पिलाकर किया। इस अवसर पर क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉ संजय मिश्रा ने बताया कि दस्तक अभियान का द्वितीय चरण 18 फरवरी से 18 मार्च तक आयोजित किया का रहा है। इस अवधि में स्वास्थ्य विभाग एवं महिला बाल विकास विभाग के मैदानी कार्यकर्ताओं द्वारा 9 माह से 5 वर्ष की आयु के बच्चों का विटामिन-ए अनुपूरण, 6 माह से 5 वर्ष तक की आयु के चिन्हांकित एनीमिक बच्चों की डिजिटल हीमोग्लोबिनो मीटर द्वारा फालोअप जांच एवं प्रबंधन किया जाएगा। द्वितीय चरण में दस्तक अभियान के प्रथम चरण में चिन्हित किए गए एनीमिक बच्चों की भी डिजिटल हीमोग्लोबिनो मीटर के माध्यम से एनीमिया की जांच की जाएगी और फॉलोअप लिया जायेगा।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ विनोद गुप्ता ने बताया कि जिले के समस्त उप स्वास्थ्य केन्द्रों एवं शहरी स्वास्थ्य केंद्रों में मंगलवार एवं शुक्रवार को ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस पर बच्चों को विटामिन-ए की खुराक पिलायी जायेगी। जिले के शहरी एवं ग्रामीण अंचल में घर-घर जाकर दस्तक अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के अधिकारियों द्वारा जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया जा रहा है।
कार्यक्रम में रानी दुर्गावती चिकित्सालय की अधीक्षक डॉ नीता पाराशर, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ ममता गुप्ता, आरएमओ डॉ तुषार गुप्ता, जिला मीडिया अधिकारी अजय कुरील, डीपीएम विजय पाण्डेय, संभागीय समन्वयक निहार दीवान, यूएनडीपी पीओ अतुल करकरे, संभागीय सलाहकार योगेश सराठे, यूनिसेफ संभागीय समन्वयक सत्य प्रकाश श्रीवास्तव, पोषण सलाहकार अंजली दीवान एवं रविशंकर कोष्टा उपस्थित रहे।