*ग्रामीणों में संचालित अवैध मुर्गी फार्मो की गंदगी से बीमारी हो रहा ऐरा गांव
( सत्य की खोज)
सतना:-
एक तरफ प्रदेश एवं केन्द्र सरकार करोड़ों रूपये खर्च कर स्वच्छता अभियान चला रही है, की शहर एवं गाँव में निवास रत आमजनता स्वच्छ वातावरण में रह सके । वही दूसरी तरफ रामपुर बाघेलान तहसील के अन्तर्गत कई ग्राम पंचायतों में शासन के नियमों को दरकिनार कर, आवासीय वस्तियो से लगे हुए मुर्गी फार्म संचालित है।मुर्गी पालन और अंडों का व्यवसाय भले ही व्यवसायियों के लिए फायदेमंद हो। लेकिन इसके दुर्गंध से संक्रामण व वायरल रोग तेजी से फैल सकते हैं। दुर्गंध से गांव के लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। जिसमें ग्राम पंचायत ऐरा का नाम प्रमुखता से आ रहा है । ग्रामीणों का कहना है की बरसात के समय एवं जब हवा घरो की ओर चलती है । तब घरों में रहना मुश्किल होता है । जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने कई बार अपने सरपंच से की, लेकिन आज दिनांक तक कोई निराकरण नही हुआ।
अब सबाल यह उठता है की चाहे नगर निगम हो या नगर पंचायत या ग्राम पंचायत किसी भी संस्था के संचालन हेतु सम्बधित ग्राम पंचायत में आयोजित ग्राम सभाओं में उपस्थित ग्रामीण जनो के समछ ग्राम सभाओं में प्रस्ताव पडते है । उसी आधार पर ग्राम पंचायत किसी भी संस्था के संचालन की अनुमति देती है।
लेकिन ग्राम पंचायत ऐरा के तत्कालीन सरपंच से जब ग्रामीणों ने बात की तो उन्होंने बताया की मेरे व्दारा ग्राम पंचायत से अनुमति नहीं दी गई । अब सवाल यह उठता है, की ग्राम पंचायत की अनुमति के बिना ग्राम पंचायत के अंदर यहाँ कैसे मुर्गी फार्म का संचालन हो रहा है *ग्रामीणों ने रामपुर बाघेलान अनुविभागीय अधिकारी एवं सम्बन्धित अधिकारी एवं ग्राम पंचायत ऐरा सरपंच सचिव से ग्रामीणों के जनजीवन को देखते हुए शीघ्र उचित कार्यवाही की मांग की है जिससे आम जनमानस चैन की सांस ले सके*!