कलेक्टर श्री दीपक सक्सेना की अध्यक्षता में आज सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई।
जबलपुर
बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री संपत उपाध्याय, अपर कलेक्टर श्री नाथूराम गोंड, एडीशनल एसपी ट्राफिक श्रीमती सोनाली दुबे व आरटीओ सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे। बैठक में ई-रिक्शा प्रबंधन संबंध में विस्तार से चर्चा कर कहा गया कि इस संबंध में उपयुक्त नीति बनाई जाये ताकि शहर की यातायात व्यवस्था समुचित रूप से संचालित हो सके। बैठक में जबलपुर से मंडला मार्ग में चलने वाली बसों के संबंध में भी चर्चा की गई और कहा गया कि इसमें संयुक्त टीम जांच कर उचित रूट निर्धारित करे, ताकि शहर में जाम की स्थिति न बने। भारी वाहनों की शहर में नो-एंट्री के संबंध में भी चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिये गये। इसके साथ ही कहा गया कि अंधमूक चौराहे पर निरंतर हो रही सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाया जाये। खनिज से जुड़े वाहनों को चेक करें और आवश्यक कार्यवाही करें। बैठक में ब्लैक स्पॉट, ट्राफिक सिग्नल, ऑटो-ईरिक्शा स्टेंड, यातायात दबाव को नियंत्रित करने, नो-पार्किंग जोन में पार्किंग पर पेनाल्टी के संबंध में भी चर्चा की गई। इस दौरान कहा गया कि प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों के लायसेंस निरस्त किया जाये। साथ ही स्कूलों के छूटने के समय समुचित ट्राफिक प्रबंधन हों। सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में बसो में ओव्हर लोडिंग, कैमरा, पैनिक बटन व अलार्म के साथ चालक-परिचालक के चरित्र के संबंध में भी चर्चा कर आवश्यक निर्देश दिये। कलेक्टर श्री सक्सेना ने स्कूल वाहनों के संबंध में कहा कि जिला शिक्षा अधिकारी स्कूल प्रबंधन से बात कर लें और फाईनल रिपोर्ट दें। इसके अलावा यह भी कहा गया कि अमृत धारा अंतर्गत शहर में कई जगह काम चल रहे हैं, अत: सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए इस पर उचित कदम उठायें। उन्होंने विशेष रूप से ब्लैक स्पॉट को दूर करने, खनिज वाहनों द्वारा सड़क में गिराये जा रहे खनिज सामग्री और ई-रिक्शा प्रबंधन पर आवश्यक निर्देश दिये और कहा कि दुर्घटनाओं से सुरक्षित जीवन की ओर बेहतर ढंग से काम किया जाये।