कृषकों को समय पर उपलब्ध कराएं खाद और बीज-एपीसी ज़िला कृषि विकास प्लान ज़िले की परिस्थिति को
ध्यान में रखकर बनाये – कृषि उत्पादन आयुक्त
किसान खेती के साथ उद्यानिकी व पशुपालन अपनायें और समन्वित खेती करें
जबलपुर
कृषि उत्पादन आयुक्त द्वारा आज रबी 2022-23 की समीक्षा और खरीफ 2024 के कार्यक्रम निर्धारण के संबंध में जबलपुर और सागर संभाग के जिलों के कृषि और कृषि संबध्द विभागों की वीसी के माध्यम से बैठक ली गई। बैठक में दोनों संभागों के कमिश्नर, दोनों संभागों के सभी जिलों के कलेक्टर, सीईओ जिला पंचायत, उप संचालक कृषि और कृषि सह संबध्द विभागों के अधिकारी अपने-अपने जिला एनआईसी कक्ष से उपस्थित थे। एपीसी की मीटिंग में कमिश्नर कार्यालय में कमिश्नर श्री अभय वर्मा सहित अन्य संबंधित उपस्थित थे वहीं कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी कक्ष में कलेक्टर श्री सौरभ कुमार सुमन, सीईओ जिला पंचायत श्रीमती जयति सिंह सहित कृषि सह संबध्द विभागों के जिला अधिकारी शामिल हुए।
बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त द्वारा जिले के कृषकों को समय पर खाद-बीज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही खेती को लाभप्रद बनाने और किसानों की आय में वृध्दि के लिये गतिविधियों का चयन कर जिलेवार जिले की परिस्थितियों को ध्यान में रखकर कृषि विकास प्लान तैयार करने के लिए निर्देशित किया गया । फसल विविधीकरण, एकीकृत खेती, नवाचारों, उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा देने और एक जिला एक उत्पाद के अंतर्गत जबलपुर संभाग के किसानों के लिए अधिक लाभप्रद बनाने के लिए निर्देशित किया गया। बैठक में अपर मुख्य सचिव श्री अशोक वर्णवाल और आयुक्त सह संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास द्वारा जिले के कृषि विकास प्लान पर चर्चा की गई और जिले की परिस्थिति के अनुसार किसानों की आय में वृध्दि के लिये गतिविधियों का चयन करने के निर्देश दिये गये । बैठक में उर्वरकों एवं बीज की पर्याप्त उपलब्धता होने पर किसानों को सुलभतापूर्वक वितरण किये जाने के निर्देश दिये गये ।
एपीसी ने हॉर्टिकल्चर का रकबा बढ़ाने और पशुपालन, मत्स्यपालन आदि को भी बढ़ावा देने के निर्देश दिए हैं। बैठक में पशुपालन विभाग की समीक्षा में संभाग में सबसे अधिक केसीसी छिंदवाड़ा जिले के द्वारा बनाये जाना पाया गया। उद्यानिकी विभाग की समीक्षा में अपर मुख्य सचिव और संचालक उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण द्वारा वर्ष 2023-24 में प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उन्नयन योजना के अंतर्गत जिले को प्रदाय लक्ष्यों की शत-प्रतिशत पूर्ति करने और मत्स्यपालन विभाग के विभागीय कार्यों की समीक्षा कर आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये । बैठक में संचालक कृषि अभियांत्रिकी द्वारा कृषि विकास प्लान में आवश्यक यंत्रों के मांग के प्रस्ताव जिले को देने के साथ ही बैठक में नरवाई जलाने की अद्यतन स्थिति रखी जाकर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये । सहकारिता विभाग की समीक्षा में बैंक की वसूली व ऋण वितरण की स्थिति और ब्याज माफी के अंतर्गत किसानों के भरे गये फार्म पर चर्चा की गई । जिले के किसानों से खेती के साथ ही उद्यानिकी और पशुपालन अपनाने एवं समन्वित खेती करने की अपील भी की गई। जबलपुर कमिश्नर ने कहा कि संभाग में अमृत सरोवर योजना में जो तालाब बनाये गये हैं उनमें मत्स्य पालन में पूरा ध्यान देंगे। जबलपुर संभाग में रबी सीजन के लिये जो टारगेट दिय गया था उससे अधिक का लक्ष्य रखा गया है। किसान ब्याज माफी योजना संभाग की स्थिति प्रगति मूलक है। उद्यानिकी फसलों के साथ-साथ मटर उत्पादन भी बढ़ रहा है और प्रत्येक वर्ष मटर फेस्टिवल होता है। सिंघाड़ा व टमाटर के उत्पादन में भी वृद्धि हुई है। साथ ही गौ वंश संरक्षण की दिशा में भी प्रभावी कदम उठाये जा रहे हैं।