कलेक्टर श्री दीपक सक्सेना की अध्यक्षता में आज सहकारी समितियों के पुनर्गठन के संबंध में कलेक्ट्रेट में बैठक आयोजित की।
जबलपुर
जिसमें कहा गया कि सहकारिता आंदोलन के शुदृढ़ीकरण एवं सहकारिता को जमीनी स्तर पर पहुंचाने के लिये पंचायत स्तर पर जहां प्राथमिक कृषि शाख सहकारी समिति अथवा दुग्ध या मत्स्य सहकारी समितियां कार्यरत नहीं है, वहां नवीन बहुउद्देशीय पैक्स अथवा प्राथमिक दुग्ध या मत्स्य सहकारी समितियों का गठन किया जाये। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्राथमिक रूप से अभी पांच समितियों को पुनर्गठन किया जाये। साथ ही कहा कि फार्मर रजिस्ट्री में पैक्स की सहभागिता लें, जिले में अभी 1.15 लाख फार्मर रजिस्ट्री होना है, अत: तहसीलदार से सपंर्क कर इस दिशा में प्रभावी कार्य करें। उन्होंने कहा कि भविष्य में एलपीजी डिस्ट्रीब्यूशन, पेट्रोल व डीजल पंप खोलने, जैविक दवाईयों के स्टोर, ग्रामीण क्षेत्र में सेनेटरी नेपकीन सुनिश्चित करने तथा टेंट व मैरिज गार्डन से संबंधित कार्य भी किया जा सकता है। इसमें आंगनबाड़ी की महिलाओं से जुड़कर बेहतर कार्य किया जा सकता है। उन्होंने विशेष रूप से कहा कि पीडीएस की दुकानों में लगभग पांच सौ मेट्रिक टन का वेयर हाउस के साथ ही एक दस बाय दस का दुकान भी बनायें। उस दुकान में दैनिक जीवन में उपयोग आने वाली सामग्रियों को विक्रय के लिये रखा जाये। उन्होनें पैक्स के शुदृढ़ीकरण के लिये कहा कि कंट्रोल की दुकान के पास ग्रेडिंग मशीन, हैप्पी शीडर या कस्टम हायरिंग से जुड़े सामग्री भी रखें। कलेक्टर श्री सक्सेना ने कहा कि 10-12 सोसायटियों को प्रायोगिक तौर पर इस कार्य में लगायें, जिसमें कुछ सोसायटियां थोक सामग्री लाने का कार्य करेंगी बाकी उन्हें बेचने का। इस संबंध में उन्होंने संबंधित अधिकारियों से विस्तृत चर्चा कर कहा कि सहकारी समितियों को मजबूत बनाने की दिशा में कार्य करें। बैठक के दौरान अपर कलेक्टर सुश्री मिशा सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।