इस तरह से निर्णय से भारतीय जनता पार्टी को आने वाले चुनाव में मुस्लिम मतदाताओं से निराश मिल सकती है बार-बार एक ही चेहरा का उपयोग भारतीय जनता पार्टी द्वारा जिस प्रकार किया जा रहा उससे अन्य मुस्लिम नेताओं रोष है
राजधानी भोपाल से मोइन खान की रिपोर्ट
भोपाल एक तरफ तो बीजेपी एक व्यक्ति एक पद की बात कर अपने आप को नियमों पर चलने वाली पार्टी बताती है परंतु वहीं दूसरी ओर देखने में आ रहा है कि जब से हज कमेटी के सदस्यों की सूची जारी हुई है तब से ही भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष रफत वारसी का नाम हज कमेटी के अध्यक्ष के रूप में सामने आने लगा है यदि ऐसा होता है तो यह पार्टी के ही नियमों के विपरीत हो जाएगा।
आपको बता दें कि रफत वारसी भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष है परंतु सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार रफत वारसी स्वयं मेहनत में लगकर अपने आप को हज कमेटी के अध्यक्ष के रूप में भी देखना चाहते हैं। मिली जानकारी के अनुसार तो यह भी सुना गया की रफत वारसी का नाम जब से सदस्यों की सूची में आया है तब से वह अपने आपको की अध्यक्ष का दावेदार मान रहे हैं।
आपको बता दें कि भाजपा अपने आप को नियमों पर चलने वाली पार्टी बताती है जहां सीएम शिवराज सहित भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा तक कह चुके हैं की हमारी पार्टी में एक व्यक्ति एक ही पद पर विराजमान रह सकता है परंतु यदि रफत वारसी को हज कमेटी का भी अध्यक्ष बनाया जाता है तो यह कहीं ना कहीं पार्टी के नियमों के विपरीत बात होगी, जिससे कि पार्टी की छवि भी धूमिल होगी।
खैर आगे आने वाले समय में देखना होगा कि पार्टी नियमों का पालन कर रफत वारसी को हज कमेटी का अध्यक्ष बनने से रोक पाती है या फिर नियमों को ताक पर रखकर रफत वारसी हज कमेटी के भी अध्यक्ष बनते हैं ।