कलेक्टर ने की जल-जीवन मिशन के कार्यो की समीक्षा
जबलपुर
कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ने आज मंगलवार को आयोजित बैठक में जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा करते हुये उन ठेकेदारों के विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही करने की चेतावनी दी है, जो काम में रूचि नहीं ले रहे है अथवा जिन्होनें कार्य अधूरा छोड़ दिया है। श्री सुमन ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के उन अधिकारियों के विरूद्ध भी अनुशासनात्मक कार्यवाही प्रस्तावित करने के निर्देश दिये है, जिनके कार्य क्षेत्र में जल जीवन मिशनके कार्यो की गति काफी धीमी है। कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में संपन्न हुई इस बैठक में जिला पंचायत की सीईओ श्रीमति जयति सिंह भी मौजूद थीं।
कलेक्टर श्री सुमन ने बैठक में जल जीवन मिशन के तहत विकासखंड वार कार्यो की प्रगति का ब्यौरा अधिकारियों से लिया। उन्होनें कहा कि जहॉं-जहॉं भी कार्य अधूरे पड़े है अथवा शुरू नहीं हुये हैं ऐसे ठेकेदारों की सूची दी जाये ताकि उनके विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही की जा सके। श्री सुमन ने ऐसे ठेकेदारों का भुगतान रोकने की हिदायत भी लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को दी।
कलेक्टर ने बैठक में ग्रामीण विकास विभाग के जिले में पदस्थ तकनीकी अमले से भी जल जीवन मिशन के तहत टंकियों के निर्माण, पाइप लाइन बिछाने एवं घरों में नल कनेक्शन दिये जाने के कार्यों की जानकारी ली। उन्होनें ग्रामीण विकास विभाग के तकनीकी अमले को जल जीवन मिशन केकार्यों की निरंतर मॉनीटरिंग करने तथा वास्तविक स्थिति से जिला पंचायत की सीईओ कोअवगत कराने के निर्देश भी दिये।
श्री सुमन ने बैठक में जल जीवन मिशन के प्रगतिरत कार्यो में गुणवत्ता सुनिश्चित करते हुये गति लगने की हिदायत भी अधिकारियों को दी। उन्होनें ऐसी परियोजनाओं में जहां ठेकेदार द्वारा काम शुरू नहीं किया गया था, नई ऐजेन्सी को नियुक्त करने के बाद हुई प्रगति का ब्यौरा भीलिया। श्री सुमन ने कहा कि दोबारा हुई निविदा के बाद भी यदि कार्य के अपेक्षित गति नहीं दिखाई पड़ रही है तो नये ठेकेदारों पर भी कार्यवाही की जाये।
बैठक में कार्यपालन यंत्री लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी द्वारका मंगोरे ने बताया कि जिले में जल जीवन मिशन के तहत 466 परियोजनाओं पर कार्य शुरू किया गया था। इनमें से 141 का कार्य पूरा हो चुका है। जबकि 303 परियोजनाओं का कार्य प्रगति पर है। उन्होनें बताया किऐसी 37 परियोजनाओं का कार्य दोबारा टेन्डर बुलाकर नई ऐजेंसियों को दिया गया है, जहां पूर्व के ठेकेदारों द्वारा काम प्रारंभ नहीं किया गया था।