सागर संभाग में मातृ वंदना योजना का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित कराएं -कमिश्नर
सागर
पोषण पुनर्वास केन्द्रों और पोषण वाटिकाओं को और अधिक परिणाम मूलक बनाएं -कमिश्नर
कमिश्नर ने की स्वास्थ्य और संदर्भ सेवाओं की समीक्षा
कमिश्नर सागर संभाग श्री अनिल सुचारी ने आँगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से महिलाओं और बच्चों को सभी संदर्भ सेवाओं का लाभ दिलाने के निर्देश दिए हैं। कमिश्नर ने कहा है कि सागर संभाग की सभी आँगनवाड़ी केन्द्र स्वच्छ और सुन्दर रहे और आँगनवाड़ी केन्द्रों से बच्चों और महिलाओं को पोषण आहार और सभी संदर्भ सेवाएँ सतत रूप से मिलती रहे यह सभी अधिकारी सुनिश्चित करें। कमिश्नर ने निर्देश दिए है कि सागर संभाग के सभी आँगनवाड़ी केन्द्र समय पर खुलना चाहिए आँगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चों की अधिसंख्य उपस्थिति भी सुनिश्चित होनी चाहिए।
कमिश्नर ने उक्त निर्देश मंगलवार को महिला एवं बाल विकास विभाग एवं स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा बैठक में दिए। कमिश्नर ने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित लाड़ली बहना योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना एवं मातृ वंदना योजना की जिलेवार समीक्षा करते हुए कहा कि मातृ वंदना योजना शासन की अतिमहत्वपूर्ण योजना है इस योजना का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित कराएं।
कमिश्नर ने सागर संभाग में मातृवंदना योजना का सिर्फ 68 प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने पर नाराजगी व्यक्त की तथा अधिकारियों को निर्देशित किया कि मातृवंदना योजना का शतप्रतिशत लक्ष्य हासिल किया जाए। कमिश्नर ने निर्देश दिए है कि मातृवंदना योजना के क्रियान्वयन में उदासीनता बरतने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही सुनिश्चित करें। बैठक में पोषण पुनर्वास केन्द्रों की स्थिति की जिलेवार समीक्षा करते हुए कमिश्नर ने कहा कि पोषण पुनर्वास केन्द्रों द्वारा दी जा रही सेवाओं को और अधिक बेहतर और परिणाम मूलक बनाएं। कमिश्नर ने पोषण वाटिकाओं की स्थिति की भी समीक्षा की।
बैठक में मेडिकल कॉलेज सागर द्वारा दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा करते हुए कमिश्नर ने कहा कि शासकीय मेडिकल कॉलेज सागर द्वारा दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक बेहतर बनाया जाए। बैठक में मेडिकल कॉलेज सागर के प्रशासकीय अधिकारी डॉ. राजेश जैन ने बताया कि शासकीय बुन्देलखंड मेडिकल कॉलेज में मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज सागर की ओपीडी में प्रतिदिन लगभग 1600 से 2100 मरीज आते हैं। डॉ. राजेश जैन ने बताया कि बुन्देलखंड मेडिकल कॉलेज में एमआरआई और सीटी स्कैन मशीनों की सुविधा मरीजों को शीघ्र ही मिलेगी। इसकी तैयारियां लगभग पूर्ण हो चुकी हैं।